पारद शिवलिंग घर में रखना चाहिए या नहीं

पारद शिवलिंग क्या है

पारद (या पारस) कहते हैं पारा यानी मरकरी को जो आपको थर्मामीटर के अंदर चमकता हुआ दिखता है। पारे और चाँदी को मिक्स कर के जो शिवलिंग बनता है, उसको पारद शिवलिंग कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार, भगवान शिव को पारा बहुत प्रिय है और उनके इस शिवलिंग की पूजा करने का विशेष महत्त्व है। आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं, जिससे आप भी पारद शिवलिंग की पूजा कर के इसका विशेष लाभ उठा सकें।

पारद शिवलिंग महत्व

पारद के शिवलिंग को सभी प्रकार के शिवलिंगों में सबसे अधिक शुद्ध और निर्दोष माना जाता है। वैसे पारद बहुत जहरीला पदार्थ माना जाता है, परंतु सही धातुओं को उचित तरीके से मिक्स कर के बनाए गए पारे के शिवलिंग में कुछ भी जहरीला नहीं होता बल्कि उस शिवलिंग पर चढाने से मिला चरणामृत बहुत से रोगों को ठीक कर देता है और शादी-शुदा निःसंतान जोड़ों को संतान भी प्राप्त हो जाती है।

पारद शिवलिंग की पूजा कैसे करें?

पारद के शिवलिंग की महानता बहुत से उपनिषदों और ब्रह्मपुराण, शिव पुराण जैसे पुराणों में भी की गयी है। रूद्र संहिता में बताया गया है कि रावण ने किस तरह से ख़ुद के बनाए हुए पारद शिवलिंग की पूजा करके भगवान शंकर को प्रसन्न किया था और सभी जानते हैं कि रावण कितना बड़ा शिव भक्त था।

पारद का शिवलिंग एक ऐसा शिवलिंग है जिसकी पूजा आप प्राण प्रतिष्ठा किए बिना भी कर सकते हैं। विद्वानों द्वारा इस प्रकार के शिवलिंग की पूजा के बहुत से लाभ बताए गए हैं जैसे इस से नवग्रह शाँत होते हैं, संतानहीन विवाहित जोड़ों को संतान मिलती है और अकाल मृत्यु होने का ख़तरा नहीं रह जाता।

पारद शिवलिंग

पारद शिवलिंग की पहचान

ध्यान रहे, यहाँ जो पारे के शिवलिंग के गुण और लाभ बताए गए हैं, वो शुद्ध पारे के शिवलिंग के हैं जो पारे और चाँदी को मिक्स करने से बनता है, जबकि आजकल बाज़ारों में अक्सर नकली धातुओं के बने शिवलिंगों को पारद शिवलिंग बता कर बेच दिया जाता है जिससे लाभ की बजाय नुकसान भी हो सकता है।

इनमें से अधिकतर नकली पारद शिवलिंग बोरैक्स पाउडर और ज़िंक को मिक्स कर के या फिर एल्युमिनियम से बना दिए जाते हैं जो देखने में पारे के शिवलिंग जैसे ही लगते हैं, जो आप पूजा के लिए ना ही रखें तो बेहतर रहेगा।

शुद्ध पारे के शिवलिंग की पहचान के लिए आप थोड़ा सा अमोनियम हाईड्राक्साइड ले लीजिये। फिर जब आप अमोनियम हाईड्राक्साइड को शिवलिंग से छुआयेंगे तो उसमें से कोई ख़राब गंध नहीं आएगी जबकि अमोनियम हाईड्राक्साइड की ख़राब गंध तो सबको पता ही होती है।

इसके अलावा अगर सच्चा पारद शिवलिंग होगा तो गोल्ड को छुआने पर वह उसको ख़त्म कर देगा, परंतु इस तरह से पारद शिवलिंग की पहचान करना व्यावहारिक नहीं हो सकता क्योंकि कोई भी अपना कीमती गोल्ड इस तरह ख़राब नहीं होने देना चाहेगा, इसलिए आप अमोनियम हाईड्राक्साइड से ही किसी पारद शिवलिंग की शुद्धता की टैस्टिंग करें तो बेहतर रहेगा।

पारद शिवलिंग की कीमत 2020

शुद्धता, भार और ऊँचाई के आधार पर इन पारद शिवलिंगों का मूल्य होता है। घर पर पूजा करने के लिए आपको ज़्यादा ऊँचा या भारी शिवलिंग लेने की आवश्यकता नहीं है बल्कि घर में पूजा के लिए अँगूठे के आकार से बड़ा शिवलिंग अच्छा भी नहीं माना जाता है। आम तौर पर 25 ग्राम के शुद्ध पारद शिवलिंग की कीमत लगभग 1500 से 3000 रूपए के बीच होती है।

पारद शिवलिंग पर जल चढाना चाहिए या नहीं?

पारद शिवलिंग पर आप हर दिन जल से और विशेष दिनों जैसे महा शिवरात्रि इत्यादि पर दूध, दही, शहद, इत्यादि से सही मंत्रों के साथ महाभिषेक भी कराइए। वैसे तो आप पारद शिवलिंग पर चढ़े हुए जल को चरणामृत प्रसाद के रूप में ग्रहण करें और सभी परिवारजनों में बाँटें परंतु यदि आप इसको हटाना भी चाहें तो उसको कभी भी तुलसी के पौधे में ना डालें।

असली पारद शिवलिंग कहाँ मिलेगा?

पारद के शिवलिंग को पारदेश्वर महादेव भी कहा जाता है और चूँकि ये नकली भी बहुत बिक रहे हैं तो आप जहाँ से भी इसको खरीदें, शुद्धता की गारंटी चेक कर लें। जैसे कीमती ज्वेलरी के साथ शुद्धता का सर्टिफिकेट दिया जाता है, उसी तरह बहुत से सैलर आजकल इसकी शुद्धता की भी गारंटी देते हैं क्योंकि इसकी शुद्धता का ही महत्त्व है।

आजकल लगभग हर पूजा की दूकान, बहुत सारी वेबसाइटों जैसे अमेज़न, फ्लिपकार्ट वगैरह पर यह ऑनलाइन भी बिक रहा है परंतु बात शुद्धता की है, तो उसके सर्टिफिकेट, गारंटी इत्यादि को जाँच कर ही आप इसको खरीदें।

पारद के शिवलिंग यानी पारदेश्वर महादेव जी की पूजा की इतनी महान महिमा पुराणों और उपनिषदों में बताई गयी है कि पारद शिवलिंग की पूजा आपको 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन के बराबर पुण्य फल देगी। आप भी शुद्ध पारद शिवलिंग घर पर लायें और इसकी नियमित पूजा कर बहुत सारा पुण्य लाभ कमायें।