11 फरवरी को शनिदेव हो रहे है अस्त, बढ़ेगी कठिनाइयां, जानते है किन राशियों पर इसका क्या प्रभाव होगा और इससे मुक्ति पाने की उपाय?

11 फरवरी 2024, रविवार के दिन शनि, सूर्यदेव के कारण अपने स्वयं की राशि ‘कुंभ’ में अस्त हो रहे हैं। 18 मार्च 2024 तक को वो अस्त अवस्था में ही रहेंगे। इस अवधि में किन राशियों पर साढ़ेसाती का प्रभाव चल रहा है और किन राशियों पर ढैय्या का प्रभाव, आईए जानते है –

साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव

शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव मकर, कुंभ और मीन राशि पर रहेगा। बात करें अगर ढैया की तो इसका प्रभाव कर्क और वृश्चिक राशि पर रहेगा। आइए अब आपको बताते हैं कि शनिदेव के अस्त होने का किन राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

मकर राशि

मकर राशि, काल पुरुष की दसवीं राशि है। इस राशि का स्वामी शनि है और शनि कर्म भाव का स्वामी है। ऐसे (मकर राशि वाले) जातक पर पूर्व से ही शनि की साढ़ेसाती चल रही है। साढ़ेसाती की इस दशा में शनि के अस्त हो जाने के कारण जो नौकरीपेशा लोग होंगे, उनको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। पिता और पिता के समान जो परिवार के सदस्य हैं (जैसे चाचा, ताऊ जी) उनके घुटने, सांसों में भी समस्या बढ़ सकती है।

कुंभ राशि

कुंभ राशि, काल पुरुष की 11वीं राशि है। कुंडली मे यह यह लाभ भाव का स्वामी है। कुंभ राशि के जातक जिनको पहले से समस्याएं है, उनकी समस्याओं में अपार वृद्धि हो सकती है। नौकरी ,करियर ,धन संबंधी मामलों में ऐसे जातकों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।

11 फरवरी को शनिदेव हो रहे है अस्त

शनि के अस्त हो जाने के कारण ऐसे जातकों को पैरों की जो समस्या पहले से है, वह और अधिक बढ़ जाएगी। और नई समस्याएं भी खड़ी हो सकती हैं। जिन्होंने लोन लिया है, उनको लोन चुकाने में भी कठिनाई आ सकती है या देरी हो सकती है।

मीन राशि

शनिदेव का अस्त होना मीन राशि वाले जातकों के लिए भी अच्छा नहीं होगा। जिन जातकों की राशि मीन है उनको अपने व्यवसाय में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। अत्यधिक खर्चों का भी सामना करना पड़ सकता है। उनकी आंखों में भी तकलीफ हो सकती है, विशेष करके बाई आंख में।

कर्क राशि

कर्क राशि वाले जातकों के लिए भी यह समय अच्छा नहीं बीतने वाला। ऐसे जातक जिनकी राशि कर्क है उनको थोड़ा सावधानी बरतनी पड़ेगी। क्योंकि उन पर पूर्व से ही शनि की ढैया चल रही है। हो सकता है कि, ऐसे जातकों को घर से दूर रहने की, या दूर जाने की जरूरत पड़ सकती है।

घर में माता और माता तुल्य जो भी स्त्रियां होंगी, उनको शारीरिक कष्ट का सामना करना पड सकता है और जिनको क्षाती या कफ़ से संबंधित तकलीफ पहले से ही है उनकी समस्या बढ़ सकती है, और अगर किसी को नहीं है तो उनको हो भी सकती है। स्वास्थ्य को ले कर सावधानी बरतना आवश्यक होगा।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों को भी संभलकर चलने की आवश्यकता पड़ सकती है। वृश्चिक राशि पर भी शनि की ढैया चल रही है ऐसे जातक, जो तकनीकी क्षेत्र में काम कर रहे हैं, या व्यवसाय कर रहे है, या नौकरी कर रहे है, उनके व्यवसाय, नौकरी में भी समस्या खड़ी हो सकती है।

जो सट्टेबाजी या लॉटरी का बिजनेस करते हैं। उनका आर्थिक रूप से जबरदस्त घाटा होगा। उनके शरीर के गुप्तांगो में भी समस्या उत्पन्न हो सकती है। शनिदेव को न्याय और कर्म का देवता माना जाता है। 11 फरवरी 2024 से 18 मार्च 2024 तक अस्त अवस्था में रहेंगे। इस व्यवस्था का प्रभाव मकर, कुंभ, मीन ,कर्क और वृश्चिक इन राशि के जातकों पर विपरीत रूप से पड़ने की संभावना है।

शनिदेव को प्रसन्न करने के उपाय

शनिदेव का श्रद्धा भाव से उपाय करने से इन राशियों पर पड़ने वाले प्रभाव को कम कर सकते है या हटा भी सकते है। आईए जानते है कि वो क्या है उपाय

1- शनिदेव के प्रभाव को कम करने का सर्वोत्तम उपाय बजरंगबली की उपासना करना है। पीड़ित राशि के जातकों को सुबह उठकर नहा धोकर हनुमान चालीसा का पाठ प्रतिदिन करना चाहिए।
2- ओम शं शनैश्चराय नमः का 108 बार प्रतिदिन जाप करना चाहिए।
3- शनि की वस्तुओं का दान शनि मंदिर में करना चाहिए। वह वस्तुएं – उड़द की दाल,काला तिल, सरसों का तेल, चप्पल ,काला कपड़ा, लोहे का बर्तन है।
4- इसके साथ ही यदि किसी ने अपने घर में कैक्टस का पौधा यानी कांटेदार कोई भी पौधा लगाया हो। तो उसे तुरंत का तुरंत हटा देना चाहिए। क्योंकि इससे भी शनिदेव नाराज होते हैं।
5- घर के पश्चिम दिशा में नीले रंग का बल्ब जलाएं। और ज्यादा से ज्यादा नीले रंग की वस्तुओं का प्रयोग करें। इससे भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं शनि देव कर्म और न्याय के देवता माने जाते हैं। यदि आपने अपने से नीचे रहने वाले सेवक के साथ अच्छे से व्यवहार नहीं किया तो भी शनि देव नाराज हो सकते हैं।

इन प्रयोगों को करने से शनि देव निश्चित रूप से ही प्रसन्न हो जाते हैं और अपना आशीर्वाद देते हैं।