2024 महाशिवरात्रि पर बना अद्भुत संयोग, राशि के अनुसार भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए करें ये उपाय

महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर शनिदेव की महादशा मे मिल रहे कष्टों से मुक्ति के लिए करें ये महाउपाय, इससे जीवन के हर कष्टों से मिलेगी मुक्ति

महाशिवरात्रि फाल्गुन मास की कृष्ण चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है और इस बार यह शुभ तिथि 8 मार्च दिन शुक्रवार को है। इस दिन विधिवत पूजा करके भक्त अपने आराध्य देव भोलेनाथ की कृपा प्राप्त करते है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।

इस बार महाशिवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्धि योग, शिव योग, सिद्धि योग और कुंभ राशि में सूर्य, शनि, बुध का युति संबंध रहेगा, जो बेहद शुभ फलदायी माना जा रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, महाशिवरात्रि पर बन रहे शुभ योग में अगर राशि अनुसार उपाय किए जाएं तो भोलेनाथ जल्द प्रसन्न होते हैं और जीवन के सभी कष्टों से मुक्ति भी प्रदान करते है।

आइए जानते हैं महाशिवरात्रि पर बन रहे अद्भुत संयोग के बीच राशि अनुसार कौन से उपाय करें

मेष राशि

मेष राशि के स्वामी मंगल ग्रह हैं, इसलिए मेष राशि के जातक, महाशिवरात्रि पर शिवलिंग पर कच्चा दूध, दही और धतूरा भी अर्पित करें। साथ ही कपूर से भगवान शिव की आरती और शिवाष्टक का पाठ भी करें। इससे उनको जीवन के कष्टों से छुटकारा मिलता है।

वृषभ राशि

वृषभ राशि के स्वामी शुक्र ग्रह हैं इसलिए वृषभ राशि के जातक, महाशिवरात्रि पर शिवलिंग पर गन्ने के रस से अभिषेक करें। साथ ही महादेव को मोगरे का इत्र, बेलपत्र और चंदन अर्पित करने के बाद उनकी आरती करें। ऐसा करने से जातक को महान पुण्य फलों की प्राप्ति होती है।

मिथुन राशि

मिथुन राशि के स्वामी बुध ग्रह हैं, इसलिए मिथुन राशि के जातक के लिए महाशिवरात्रि पर स्फटिक के शिवलिंग की पूजा करना श्रेष्ठ रहेगा। अगर स्फटिक के शिवलिंग उपलब्ध नहीं है तो शिवालय में जाकर पूजा करें। शिवलिंग पर चंदन अर्पित करने के बाद सात सफेद आंकड़े के फूल अर्पित करें। इसके बाद शिव स्तोत्र का पाठ करें और आरती उतारें।

कर्क राशि

कर्क राशि के स्वामी चंद्र देव हैं, इसलिए कर्क राशि के जातक, महाशिवरात्रि के पावन दिन शिवलिंग का कच्चे दूध और जल से अभिषेक करें। साथ ही शिवलिंग पर अष्टगंध एवं चंदन भी अर्पित करें। इसके साथ ही बेर के फल एवं सफेद रंग की मिठाई का भोग लगाएं।

सिंह राशि

सिंह राशि के स्वामी भगवान सूर्यदेव हैं, इसलिए सिंह राशि के जातकों को, महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर फलों का रस और पानी में शक्कर डालकर शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। साथ ही आंकड़े के फूल और बेलपत्र के भी अर्पित करने चाहिए।

कन्या राशि

कन्या राशि के स्वामी बुध ग्रह हैं, इसलिए कन्या राशि के जातक महाशिवरात्रि के दिन कपूर मिश्रित जल से शिवलिंग का अभिषेक करें। साथ ही बेलपत्र पर रखकर नैवेद्य अर्पित करें और बेर, धतूरा और आंकड़े के फूल अर्पित करें। साथ ही पंचाक्षर मंत्र ‘नमः शिवाय’ का 108 बार जप करें।

तुला राशि

तुला राशि के स्वामी शुक्र ग्रह हैं इसलिए तुला राशि के जातक महाशिवरात्रि के दिन जल में काले तिल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें। साथ ही बेल पत्र, मोगरा, चावल, चंदन आदि भोलेनाथ को अर्पित करें। इसके बाद महामृत्युंजय मंत्र का जप करें और देसी घी के दीपक से आरती करें।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल ग्रह हैं इसलिए वृश्चिक राशि के जातक महाशिवरात्रि के दिन शहद, और घी से शिवलिंग का अभिषेक करने के बाद जल से स्नान करवाएं। इसके बाद मसूर दाल अर्पित करें। ‘ॐ नागेश्वराय नम:’ का 108 बार जप करें और आरती करें।

धनु राशि

धनु राशि के स्वामी गुरु यानी बृहस्पति ग्रह हैं इसलिए धनु राशि के जातक, महाशिवरात्रि के दिन जल में सफेद तिल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें। इसके बाद पीले रंग के फूल और अरहर की दाल अर्पित करें।

मकर राशि

मकर राशि के स्वामी शनिदेव हैं इसलिए मकर राशि के जातक, महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग को गेहूं से ढक दें इसके बाद विधिवत रूप से पूजा अर्चना करें। इसके बाद ‘ॐ अर्धनारीश्वर नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें और फिर गेहूं का दान गरीब व जरूरतमंद लोगों को कर दें।

कुंभ राशि

कुंभ राशि के स्वामी भी शनिदेव हैं इसलिए कुंभ राशि के जातक महाशिवरात्रि के दिन जल में काले तिल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें और भस्म का त्रिपुंड लगाएं। साथ ही बैर, कमलगट्टा, अपराजिता के सात फूल आदि पूजा से संबंधित चीजों का दान करें।

मीन राशि

मीन राशि के स्वामी गुरु ग्रह हैं इसलिए मीन राशि के जातक, महाशिवरात्रि की रात पीपल के नीचे शिवलिंग बनाकर पूजा अर्चना करें। साथ ही शिवलिंग पर पीले फूल, चने की दाल अर्पित करें और ‘नम: शिवाय’ मंत्र का 108 बार जप करें।

महाशिवरात्रि पर शनिदेव की महादशा मे कष्टों से बचने के महाउपाय

शनि देव ऐसे देवता हैं जो व्यक्ति को उसके कर्म का फल अवश्य देते हैं। शायद ही कोई ऐसा होगा जो शनिदेव के प्रभाव से बच पाया हो। यही कारण है कि अधिकतर लोग शनि की कृपा पाने के लिए उनकी साधना-आराधना करते नजर आते है। ज्योतिष में शनि की महादशा, ढैय्या, और साढ़ेसाती से बचने के लिए भगवान शिव की साधना को अचूक उपाय बताया गया है।

आइए जानते हैं कि आखिर इस महाशिवरात्रि भगवान शिव की पूजा करने वाले भक्तों को शनिदेव की महादशा के दुष्प्रभाव क्यों नहीं प्रभावित करेंगे। भगवान शिव ने शनिदेव को लोगों को उनके कर्म के अनुसार दंड देने का और उनके भाई (यमराज ) को लोगों के प्राण हरने (जिनकी आयु पूर्ण हो चुकी हो) का कार्यभार सौंपा था।

महाशिवरात्रि पर शनिदेव की महादशा मे कष्टों से बचने के महाउपाय (1)

भगवान शिव, शनि देव के गुरु है इसलिए मान्यता है कि शनिदेव अपने गुरु यानी देवों के देव महादेव की साधना करने वाले भक्त को कभी भी भूलकर कष्ट नहीं देते हैं। महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-आराधना का बड़ा महत्व है।

इसके साथ ही इस शुभ अवसर पर शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या और महादशा से राहत पाने के लिए भी विशेष उपाय किए जाते हैं। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन विधिवत शिव-गौरी के पूजन से भोलेनाथ प्रसन्न होकर अपने भक्तों के सभी कष्ट दूर करते हैं और सुख-समृद्धि का वरदान देते हैं।

आइए जानते हैं शनि के प्रकोप से मुक्ति पाने के लिए महाशिवरात्रि के विशेष उपाय

  1. महाशिवरात्रि के दिन शिव पूजन के दौरान शिवलिंग पर शमी का पत्ता अर्पित करें। साथ ही महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप करें। मान्यता है कि ऐसा करने से शनि दोषों से छुटकारा मिलता है।
  2. शनि के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए महाशिवरात्रि के दिन शिव चालीसा का पाठ करना बेहद शुभ माना गया है।
  3. महाशिवरात्रि के दिन बेलपत्र के पेड़ के नीचे (बेलपत्र का पेड़ भगवान शिव को बहुत प्रिय है) ब्राह्मण, गरीबों और जरूरतमंदों को खीर खिलाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से शनि के प्रकोप से राहत मिलती है।
  4. महाशिवरात्रि के शुभ पर्व पर गंगाजल में काले तिल और शक्कर मिलाकर शिवजी का जलाभिषेक करें। मान्यता है कि इस उपाय से शिवजी के साथ शनिदेव भी प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
  5. महाशिवरात्रि के दिन घर पर नंदी की प्रतिमा जरूर लाएं। नंदी भगवान शिव को बहुत प्रिय हैं और उनके वाहन भी हैं। महाशिवरात्रि के पावन दिन पर नंदी महाराज की प्रतिमा घर पर स्थापित करने से शिवजी बहुत प्रसन्न होते हैं। आप चांदी से बनी छोटी सी नंदी की मूर्ति लाकर इसे अपनी तिजोरी या धन के स्थान पर भी रख सकते हैं। इससे आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। भगवान शिव माता पार्वती के साथ ही शनि देव की कृपा भी प्राप्त होती है।
  6. महाशिवरात्रि के दिन एक मुखी रुद्राक्ष घर पर लाएं। रुद्राक्ष कई प्रकार के होते हैं लेकिन एक मुखी रुद्राक्ष को शिव का स्वरूप माना गया है। हिंदू धर्म में रुद्राक्ष को सुख, शांति और समृद्धि का भी प्रतीक माना जाता है।  ज्योतिष के अनुसार महाशिवरात्रि के शुभ दिन पर एक मुखी रुद्राक्ष लाकर इसे भगवान शिव के मंत्रोच्चार के साथ सिद्ध करें और इसके बाद धारण कर लें। आप इसे घर पर भी स्थापित कर सकते हैं या फिर तिजोरी में भी रख सकते हैं। रूद्राक्ष शिव कृपा के साथ-साथ शनिदेव के प्रकोप को भी शांत करने में बहुत उपयोगी होता है।
  7. महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग की पूजा का विशेष महत्व है। शिवलिंग के अभिषेक के बिना महाशिवरात्रि की पूजा अधूरी मानी जाती है। ज्योतिष के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन आप ग्रह दोष से मुक्ति के लिए रत्नों से निर्मित शिवलिंग घर ला सकते हैं। इसके अलावा आप पारद शिवलिंग भी ला सकते हैं। घर पर पारद शिवलिंग को विधि-विधान से स्थापित करें और नियमित पूजन करें। इससे पितृ-दोष, कालसर्प दोष और वास्तु दोष तथा ग्रह दोष आदि दूर होते हैं।
  8. महामृत्युंजय यंत्र को बहुत ही प्रभावशाली माना जाता है। जिस घर में नियमित इसकी पूजा होती है वहां रोग, दोष, आर्थिक तंगी आदि का सामना नहीं करना पड़ता है, और समस्त प्रकार के ग्रहों का बुरा प्रभाव भी कम हो जाता है। इसलिए आप महाशिवरात्रि के दिन महामृत्युंजय यंत्र घर ला सकते हैं। इसे घर पर स्थापित करें और नियमित इसकी पूजा करें।

निष्कर्ष

शिवजी की कृपा पाने के लिए और शनि देव के घनघोर दुष्प्रभाव को कम करने के लिए महाशिवरात्रि के दिन कई उपाय भी किए जाते हैं। ज्योतिष के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव से जुड़ी कुछ खास व मंगलकारी वस्तुओं के दान पुण्य के उपाय से भगवान शिव बहुत प्रसन्न होते है। हमारी यही कामना है कि आप के परिवार के लिए ‘महाशिवरात्रि’ का पर्व शुभ और मंगलमय हो।