भारत सरकार एवं राज्य सरकारों ने ऐसी तमाम योजनायें बनायी हैं, जिनका लाभ आपको तभी प्राप्त हो सकता है जब आपके पास भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण की ओर से जारी आधार कार्ड हो क्योंकि आधार कार्ड इस बात का पक्का प्रमाण है कि आप भारत के नागरिक हैं।
यदि आपके पास आधार कार्ड नहीं है तो ऐसी दशा में आप भारत सरकार या राज्य सरकारों द्वारा चलाई जाने वाली अनेक योजनाओं का लाभ नहीं उठा सकेंगे।
क्योंकि तमाम सरकारी योजनाओं में आवेदन करते समय आपके आधार कार्ड की डिटेल्स आवश्यक होती हैं। जिसके बिना आप सरकारी योजनाओं के लिए आवेदन नहीं कर सकते। आइए जानते हैं कि वे कौन-कौन सी योजनाएं हैं जिनका लाभ पाने के लिए आधार कार्ड का होना आवश्यक है।
- प्रधानमंत्री आवास योजना
पी एम आवास योजना एक लोकप्रिय योजना है जो भारत सरकार के द्वारा संचालित है। प्रधानमंत्री आवास योजना का उद्देश्य भारत में रहने वाले हर नागरिक के लिए पक्का मकान उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत 31 मार्च 2022 तक 2 करोड़ लोगों के लिए आवास की व्यवस्था करने का लक्ष्य है। इसी दिशा में सरकार आवेदकों को शीघ्रता से लाभ प्रदान कर रही है।
कौन कर सकता है प्रधानमंत्री आवास योजना के लिये आवेदन?
भारत के वह नागरिक जिनके पास अब तक रहने के लिए पक्का मकान नहीं है, इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन कर सकते हैं। यह योजना आरंभ में केवल अल्प आय वर्ग के लोगों के लिए चलाई गई थी। लेकिन अब इस योजना का लाभ सभी लोगों को देने के उद्देश्य से, आवेदन करने वालों को तीनों वर्गों में बांटा गया है।
(a) पहला वर्ग उन व्यक्तियों का है जिनकी वार्षिक आय 3 लाख रुपये से 6 लाख रुपये तक है। यह समाज का वह वर्ग है जो मजदूरी या छोटा-मोटा कार्य करके अपना जीवन-यापन करता है और जिनके पास रहने की आवास की व्यवस्था नहीं है। वे लोग पी एम आवास योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
(b) दूसरा वर्ग वह उन व्यक्तियों का है जिनकी वार्षिक आय 6 लाख से 12 लाख रुपये तक है। इस मध्यम आय वर्ग के लोग भी पी एम आवास योजना के लिए एप्लीकेशन दे सकते हैं।
(c) तीसरा वर्ग उन व्यक्तियों का है जिनकी वार्षिक आय 12 लाख से 18 लाख रुपए तक है। इस वर्ग के लोगों को भी पी एम आवास योजना का लाभ मिल सकता है।
प्रधान मंत्री आवास योजना शहरी है या ग्रामीण
पी एम आवास योजना देश के शहर एवं ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के लिए चलाई जा रही है। क्योंकि भारत सरकार के इस योजना का उद्देश्य देश में रहने वाले हर नागरिक को लाभ प्रदान करना है। चाहे वह व्यक्ति गाँव का निवासी हो या शहर का, यदि वह इस योजना की पात्रता पूरी करता है तो निश्चित रूप से उसे इस योजना का लाभ मिलेगा।
प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ क्या है?
प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान बनाने या खरीदने के लिए लोन लेने वाले व्यक्ति को व्याज में सब्सिडी प्रदान की जाती है। यह सब्सिडी 2 लाख 67 हजार रुपए तक हो सकती है। योजना का लाभ किसी भी सरकारी या गैर सरकारी बैंक से आवास के लिए लोन लेते समय प्राप्त किया जा सकता है।
2. आयुष्मान भारत योजना
भारत सरकार के द्वारा चलाई जाने वाली यह योजना समाज के उन मेहनतकश लोगों के लिए है जो आर्थिक दृष्टि से निम्न श्रेणी के है। यह कार्यक्रम गरीब वर्ग के लोगों के लिए स्वास्थ्य बीमा योजना है।
इसके अंतर्गत दुर्बल आय वर्ग के लोगों के लिये 5 लाख रुपये तक की फ्री इलाज की व्यवस्था की जाती है। इस योजना में कार्ड धारी को अस्पताल में भर्ती होने से लेकर उसकी जाँच और चिकित्सा में लगने वाले संपूर्ण खर्चे को भारत सरकार स्वयं वहन करती है।
इस आयुष्मान भारत योजना के अन्तगर्त प्रत्येक अस्पताल में एक आयुष्मान मित्र नियुक्त किया गया है। जो उस गरीब व्यक्ति की हर संभव सहायता करता है जो आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज करने के लिए भर्ती किया गया है।
3. अटल पेंशन योजना।
भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली यह योजना उन व्यक्तियों के लिए है जो असंगठित क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं। जिसमें आपकी उम्र और अपेक्षित पेंशन के अनुसार निश्चित धनराशि प्रतिमाह जमा करनी होती है और 60 वर्ष की आयु के पश्चात आपके द्वारा जमा की गई किस्त के मुताबिक ₹1000 से ₹5000 तक की पेंशन मिलती है।
यह योजना भारत सरकार द्वारा वर्ष 2 0 1 5 , मई में लागू की गई थी। इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह पेंशन की गारंटी योजना है जिसमें एक निर्धारित धनराशि व्यक्ति को 60 वर्ष के उपरांत या उसकी नॉमनी को मिलने की गारंटी है।
कौन ले सकता है इस योजना का लाभ?
असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाला प्रत्येक व्यक्ति इस योजना का लाभ ले सकता है। लेकिन शर्त यह है कि उसकी आयु 18 वर्ष से अधिक और 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए। क्योंकि इस योजना का लाभ तभी मिल सकता है जबकि कम से कम 20 साल तक निवेश किया गया हो।
क्या है अटल पेंशन योजना का लाभ?
इस पेंशन योजना में उदाहरण के तौर पर यदि कोई व्यक्ति 18 वर्ष की उम्र मे 210 रुपये प्रति माह जमा करता है तो 60 वर्ष के पश्चात उसको ₹5000 प्रति माह पेंशन मिलना निश्चित है। यदि दुर्भाग्यवश उसकी मृत्यु हो जाती है तो ऐसी दशा में यह धनराशि उसके नॉमनी को प्राप्त होगी।
यह योजना कई स्तरीय है। 1000 रुपये से 5000 रुपये तक की विभिन्न पेंशन योजनाओं में अलग-अलग उम्र के अनुसार अलग-अलग धनराशि बीस साल तक जमा करनी पड़ती है। जिसका लाभ साठ साल की उम्र के बाद मिलने लगता है।
- प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना
गरीबी की रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाली महिलाओं के लिए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना 1 मई 2016 को आरंभ की गई थी। इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने वाली महिलाओं को मुफ्त घरेलू रसोई गैस (L P G गैस ) का कनेक्शन दिया जाता है। यह लोकप्रिय प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना भारत सरकार के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा पोषित है।
क्या है इस प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का उद्देश्य?
प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के उद्देश्य निम्नलिखित हैं-
(a) गरीब महिलायें, जो अब तक लकड़ी और गोबर के कंडों पर भोजन पकाती थी। उन्हें लकड़ी और गोबर के ईधन से निकलने वाले धुएं से मुक्ति दिलाना इस योजना का प्रमुख उद्देश्य रखा गया है।
क्योंकि लकड़ी और गोबर के चूल्हों से निकलने वाली विषैली गैसें हर वर्ष सैकड़ो महिलाओं को तरह-तरह की साँस की बीमारियों से ग्रस्त कर देती हैं और उनकी उम्र को भी कम कर देती हैं। ऐसी स्थिति में भारत सरकार द्वारा फ्री गैस कनेक्शन देकर ग्रामीण महिलाओं को खाना पकाने की नई तकनीक से जोड़ना चाहती है।
(b) अब तक लकड़ी आदि के चूल्हों में खाना पकाने से वातावरण में प्रदूषण फैलता था। इसलिए वातावरण को प्रदूषण से मुक्त कराने के लिए भी भारत सरकार ने यह उज्ज्वला योजना लांच की है।
(c) गाँव में चूल्हों से खाना पकाने में लकड़ी आदि का अधिक प्रयोग किया जाता था। जिसके लिये जंगली लकड़ियों को काटा जाता था। वृक्षों को बचाने के लिए इस योजना के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन प्रदान कर लकड़ियों को जलाने के लिए काटने पर रोक लगाना है।
किसे मिलता है पी एम उज्ज्वला योजना का लाभ?
इस योजना का लाभ उन महिलाओं को मिलता है जिनका नाम वर्ष 2011 की जनगणना में शामिल है। वही महिलायें इस योजना के लाभ के लिए आवेदन कर सकती हैं जिनकी उम्र 18 वर्ष या उससे अधिक हो।
साथ ही वह महिला गरीबी की रेखा से नीचे (B P L ) जीवन यापन करने वाली होनी चाहिए। इसके लिए यह भीआवश्यक है कि उसका अपना बैंक में अकाउंट खुला हुआ हो और उसका आधार कार्ड भी अवश्य हो।
प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना
लघु उद्योग-धंधो को बढ़वा देने के लिये वर्ष 2015 में ऋण प्रदान करने के उद्देश्य से चलायी गयी यह योजना प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के नाम से जानी जाती है। यह योजना उन लोगों के लिए ऋण प्रदान करती है जो स्वरोजगार चाहते हैं या अपना मोटा उद्योग लगाना चाहते हैं। इस योजना ने बेरोजगारी दूर करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस योजना के तहत निम्नलिखित प्रकार के लोन दिए जाते हैं:–
(a) शिशु लोन
(b) किशोर लोन
(c) तरुण लोन
इसमें शिशु लोन के अंतर्गत 50, 000 रुपये तक का ऋण, किशोर लोन में 50, 000 रुपये से 5 लाख रुपये तक ऋण तथा तरुण लोन में 5 लाख रुपये से 10 लाख रुपये तक का ऋण दिया जाता है। जिसकी व्याज दर 12% तक है।
कौन ले सकता हैं प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का लाभ?
इस योजना का लाभ ऐसे व्यक्ति ले सकते हैं जो अपना छोटा-मोटा व्यवसाय आरंभ करना चाहते हैं या अपने बिजनेस को बढ़ाना चाहते हैं। लघु उद्यमी इस योजना में ऋण पाने के लिये आवेदन कर सकते हैं।
आवेदक कीआयु कम से कम 18 वर्ष की होनी चाहिए। आवेदक को किसी भी बैंक का डिफाल्टर नहीं होना चाहिए। इस योजना के अन्तर्गत लोन के लिए आवेदन करने वाले को अपनी इनकम टैक्स रिटर्न की कॉपी, पेन कार्ड एवं आधार कार्ड आदि की डिटेल्स देनी होती है।