कितने साल तक के बच्चे का आधार कार्ड बनता है?
आधार कार्ड हर उम्र की अवस्था के लिए एक आवश्यक डॉक्यूमेंट है। बच्चा बड़ा हो या छोटा, सभी के लिये आधार कार्ड एक अति महत्वपूर्ण प्रपत्र है। बच्चों के एडमिशन के समय अनिवार्य रूप से अभिभावकों से उनके बच्चे के आधार कार्ड की कॉपी माँगी जाती है।
वे अभिभावक तभी अपने बेटे या बेटी के आधार कार्ड की कॉपी विद्यालय में जमा कर पायेगें जब उन्होनें समय से आधार कार्ड बनवा लिया होगा। इसके अलावा बड़े बच्चों का बोर्ड परीक्षाओं के लिये रजिस्ट्रेशन बिना आधार कार्ड के संभव ही नहीं है।
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) के द्वारा बच्चों के आधार कार्ड बनवाने के लिए कुछ विशेष दिशा-निर्देश दिये गये हैं। बल्कि यह कहना चाहिए कि UIDAI ने बच्चों के आधार कार्ड बिना किसी खास डाक्यूमेंट्स के तैयार करने के नियम बनायें हैं, ताकि बच्चों के आधार कार्ड आसानी से बनवाये जा सकें।
इसके लिए भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने बच्चों के तीन ग्रुप बनायें हैं। पहला ग्रुप बच्चे के जन्म से लेकर 5 वर्ष तक का है। दूसरा ग्रुप 5 वर्ष से ऊपर है और तीसरा ग्रुप 15 वर्ष से ऊपर की उम्र के बच्चों के लिये रखा गया है। एक विशेष जानकारी हम आपको यह देना चाहेंगे कि आधार कार्ड नवजात शिशु का भी बनवाया जा सकता है। जिसे बाद में अपडेट कराना होता है।
नवजात शिशु से 5 वर्ष तक के बच्चों के लिए आधार कार्ड बनवाने के लिए दिशा-निर्देश–
अगर बच्चे की उम्र 5 वर्ष से कम है तो आधार कार्ड बनवाने के लिए सबसे पहले उसका इनरोलमेंट फॉर्म उसके अभिभावक के द्वारा भरा जायेगा। उस फॉर्म के साथ संलग्न करने के लिये उसके जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate) की आवश्यकता होगी, जो नगर पालिका या नगर निगम कार्यालय से निर्गत किया जाता है।
क्यों कि जन्म प्रमाण पत्र बच्चे की आयु को प्रमाणित करता है। बच्चे का आधार कार्ड उसके माता पिता के आधार कार्ड के आधार पर बनता है, इसीलिये बच्चे का आधार कार्ड तभी बन पायेगा जब उसके माता या पिता अथवा अभिभावक का आधार कार्ड पहले से बना हुआ हो। 5 वर्ष से कम अवस्था के बच्चे का आधार कार्ड बनवाने के लिये निम्नलिखित औपचारिकतायें पूर्ण करनी होती हैं:–
- सबसे पहले इनरोलमेंट फॉर्म भरा जाता है।
- उसके फार्म के साथ बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र की कॉपी लगाया जाती है।
- जिस बच्चे का आधार कार्ड बनना है़ उसके माता या पिता या अभिभावक के आधार कार्ड की कॉपी लगती है।
- इस इंरोलमेंट फॉर्म पर माता /पिता अथवा अभिभावक के हस्ताक्षर होते हैं।
- आधार कार्ड के लिये इस आवेदन को आधार केंद्र पर जमा कर दिया जाता है़।
- और 90 दिन के अंदर आधार कार्ड आपके पते पर पहुँच जाता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की बायोमेट्रिक जानकारी नहीं ली जाती है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने इस आयु के बच्चों को बायोमेट्रिक पहचान देने से छूट दी है।
5 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए आधार कार्ड बनवाने के दिशा निर्देश —
5 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए आधार कार्ड बनवाने के लिए सबसे पहले उसके कुछ डाक्यूमेंट्स बनवा कर एकत्र कर लीजिए। ऐसे प्रपत्र जो बच्चे की जन्मतिथि, नाम और उसके पिता /अभिभावक के नाम आदि को प्रमाणित करते हों।
इसके लिये जन्म प्रमाण पत्र के अतिरिक्त बच्चे के स्कूल के प्रिंसिपल के द्वारा विद्यालय के लैटर पैड पर एक प्रमाण पत्र अवश्य बनवा लें। जिसमे बच्चे का नाम, पिता का नाम, जन्म तिथि आदि प्रमाणित होती हो।
उस प्रमाण पत्र पर बच्चे एक पासपोर्ट साइज फोटो चस्पा कर उसे भी विद्यालय के प्रिंसिपल से अवश्य प्रमाणित करवा लें। 5 वर्ष से ऊपर के बच्चों की बायोमेट्रिक जानकारी ली जाती है अतः इस अवस्था के बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए उन्हें साथ ले कर आधार केंद्र पर जाना होगा।
5 वर्ष से ऊपर की आयु के बच्चे का आधार कार्ड बनवाने के लिये निम्नलिखित कदम उठाने होंगे :-
- सबसे पहले आधार केंद्र जाकर इनरोलमेंट फॉर्म भरना होगा।
- इनरोलमेंट फॉर्म के साथ बच्चे के स्कूल के प्रिन्सिपल द्वारा दिया गया प्रमाण पत्र लगाया जायेगा।
- बच्चे के एड्रेस प्रूफ के लिए माता-पिता या अभिभावक द्वारा अपने आधार कार्ड की कॉपी लगायी जायेगी। बच्चे के माता /पिता/अभिभावक की आधार संख्या भरी जायेगी।
- आधार केंद्र पर इनरोलमेंट फॉर्म जमा करने पर बच्चे के उंगलियों की फिंगरप्रिंट आदि की जानकारी ली जायेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि 5 वर्ष से ऊपर के बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए उनकी बायोमैट्रिक जानकारी ली जाती है।
- आधार केंद्र पर जाते समय उस व्यक्ति का भी बच्चे के साथ जाना आवश्यक है, जिसके आधारकार्ड के एड्रेस प्रूफ से उस बच्चे के आधार कार्ड के लिए आवेदन किया जाना है़।
- आवेदन के पश्चात 90 दिनों के अंदर बच्चे का आधार कार्ड प्राप्त हो जायेगा।
15 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए आधार कार्ड बनवाने का दिशा निर्देश —
यदि बच्चे की उम्र 15 वर्ष से ऊपर है तो ऐसी दशा में उसके पहले से बने आधार कार्ड को आधार केंद्र पर जाकर अपडेट कराना होगा। क्योंकि भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण के दिशा- निर्देश के अनुसार बच्चे की उम्र 15 वर्ष से ऊपर हो जाने पर बच्चे की बायोमेट्रिक जानकारी फिर से अपडेट करायी जाती है। उसके बाद यह आधार कार्ड उसके लिए आजीवन काम आता है।