साल का पहला सूर्य ग्रहण वैशाख अमावस्या के दिन लगने जा रहा है। इस बार सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल को लगेगा। इस बार का सूर्य ग्रहण बेहद खास रहने वाला है क्योंकि इस बार हाइब्रिड सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है, जो कि 100 साल में एक बार ही लगता है।
हाइब्रिड सूर्य ग्रहण आंशिक, पूर्ण और कुंडलाकार सूर्य ग्रहण का मिश्रण है। यह सूर्य ग्रहण बेहद महत्वपूर्ण रहने वाला है। इस सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य मेष राशि में विराजमान होंगे और गुरु मेष राशि में आकर सूर्य के साथ युति करेंगे। इसी दिन वैशाख अमावस्या भी होगी। साथ ही इस बार एक ही दिन में तीन सूर्य ग्रहण भी दिखेंगे, जिसे वैज्ञानिकों ने हाइब्रिड सूर्य ग्रहण का नाम दिया है।
सूर्यग्रहण की अवधि क्या होगी
वैसे हाइब्रिड सूर्य ग्रहण होता क्या है और इसका क्या प्रभाव पड़ता है, ये हम आगे जानेंगे, लेकिन उससे पहले आइए जानते हैं कि इस सूर्यग्रहण कि अवधि क्या होगी । यह सूर्य ग्रहण, 20 अप्रैल की सुबह 7 बजकर 4 मिनट से शुरू होगा और दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर खत्म होगा।
इस सूर्य ग्रहण की अवधि 5 घंटे 24 मिनट की होगी, लेकिन चूंकि यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा इसलिए इस ग्रहण का सूतक काल नहीं माना जाएगा । यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा, लेकिन इस बार का सूर्य ग्रहण बेहद खास रहने वाला है ।
सूर्यग्रहण की पौराणिक कथा
ज्योतिषीय महत्व की बात करें तो हिंदू धर्म की पौराणिक कथाओं के अनुसार, ग्रहण का संबंध राहु और केतु ग्रह से है । बताया जाता है कि समुद्र मंथन के समय जब देवताओं और राक्षसों में अमृत से भरे कलश के लिए युद्ध हुआ था । तब उस युद्ध में राक्षसों की जीत हुई थी और राक्षस कलश को लेकर पाताल में चले गए थे।
तब भगवान विष्णु ने मोहिनी अप्सरा का रूप धारण किया और असुरों से वह अमृत कलश ले लिया था। इसके बाद जब भगवान विष्णु ने देवताओं को अमृत पिलाना शुरू किया तो स्वर्भानु नामक राक्षस ने धोखे से अमृत पी लिया था और देवताओं को जैसे ही इस बारे में पता लगा उन्होंने भगवान विष्णु को इस बारे में बता दिया।
इसके बाद भगवान विष्णु ने सुदर्शन चक्र से उसका सिर धड़ से अलग कर दिया । बताया जाता है कि स्वर्भानु के शरीर के 2 हिस्सों को ही राहु और केतु नाम से जाना जाता है और देवताओं से अपमान का बदला लेने के बाद वह सूर्य और चन्द्र से बदला लेने के लिए बार-बार ग्रहण लगाते हैं ।
हाइब्रिड सूर्य ग्रहण क्या होता है
आइए अब जान लेते हैं कि ये हाइब्रिड सूर्य ग्रहण होता क्या है । हाइब्रिड सूर्य ग्रहण आंशिक, पूर्ण और कुंडलाकार सूर्य ग्रहण का मिश्रण होता है । इस सूर्य ग्रहण के समय चंद्रमा की धरती से दूरी न तो ज्यादा होती है और न कम। इस दुर्लभ ग्रहण के दौरान सूर्य कुछ सेकेंड के लिए एक रिंग जैसी आकृति बनाता है, जिसे अग्नि का वलय यानी रिंग ऑफ फायर कहा जाता है।
आइए जानते हैं की 20 अप्रैल को लगने वाला सूर्य ग्रहण 12 राशियों पर अपना क्या प्रभाव डालेगा और साथ ही यह भी जानेंगे कि कौन सी राशियों पर इसका असर शुभ होगा और कौन सी राशियों पर यह अशुभ प्रभाव देगा।
तुला राशि पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव
देव गुरु बृहस्पति आपके सप्तम भाव में प्रवेश करने वाले हैं। यह गुरु का गोचर आपको जीवन में अनेक प्रकार की सफलताएं प्रदान करेगा। आप के मान सम्मान में तो बढ़ोतरी होगी ही, व्यापार में भी उन्नति होने के योग बनेंगे। लाखों करोड़ों का धन पाने के योग हैं लेकिन जीवनसाथी से अनबन होने से सुख में भी कमी आएगी।
केवल वाहन चलाते समय सावधानी बरतें क्योकि नुक्सान संभव है इस समय काल में परिवार के लोगों के बीच प्रेम और प्रगाढ़ता बनी रहेगी। जो छोटी-मोटी समस्याएं या वाद-विवाद चल रहे थे उनमें भी कमी आएगी। शुभ फलों में वृद्धि पाने के लिए गुरुवार के दिन पीले वस्त्र पहन कर व्रत रखें, एवं केले की जड़ की पूजा करे।
धनु राशि पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव
धनु राशि वालों को सूर्य ग्रहण के प्रभाव से भाग्य का पूरा साथ मिलेगा अगर आप व्यापारी है तो मुनाफा होगा । नौकरीपेशा वाले जातकों को वेतन में वृद्धि के साथ प्रमोशन भी मिल सकता है। वैवाहिक जीवन सुखमय रहेगा उसमें कोई कमी नहीं आएगी।
धनु राशि के विद्यार्थियों को पढ़ाई में थोड़ी बहुत दिक्कत आ सकती है। साथ ही गर्भवती धनु राशि वाली महिलाओं को इस दौरान बेहद सतर्कता बरतनी होगी । ग्रहण या ग्रहण से संबंधित कोई वीडियो भी देखना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। बेहतर है कि श्री राम रक्षा स्तोत्र का पाठ करें ।
सिंह राशि पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव
सूर्य सिंह राशि के स्वामी हैं। सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य आपकी राशि से नवम स्थान में होंगे और ग्रहण के दो दिन बाद गुरु का गोचर होगा। ऐसे में सूर्य ग्रहण का प्रभाव सिंह राशि पर भी पड़ेगा। इससे शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। वेतनवृद्धि या पदोन्नति के लिए भी समय अनुकूल नहीं लग रहा है। इस दौरान आपको अपने महत्वपूर्ण निर्णय बहुत ही सोच-समझकर लेने की जरूरत है।
कन्या राशि पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव
20 अप्रैल को सूर्य ग्रहण कन्या राशि से आठवें घर में लगेगा, इसलिए सूर्य ग्रहण का प्रभाव कन्या राशि वालों के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। इस दौरान आपको यात्रा में सतर्क रहने की जरूर है। वाणी पर नियंत्रण रखें और धन का खर्च बहुत ही सोच-समझकर करें।
वृश्चिक राशि पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव
20 अप्रैल को सूर्य ग्रहण आपकी राशि से छठे घर में होने वाला है, इसलिए इस ग्रहण के प्रभाव से आपके विरोधी आपको परेशान कर सकते हैं। सेहत संबंधी समस्याएं भी बढ़ने की आशंका है और धन-संबंधी परेशानी भी बढ़ सकती है। आपको बजट बनाकर चलने की जरूर है।
मकर राशि पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव
साल का पहला सूर्य ग्रहण मकर राशि वाले लोगों की भी परेशानी बढ़ाएगा। क्योंकि सूर्य ग्रहण आपकी राशि से चौथे घर में होने जा रहा है। इससे गैर जरूरी खर्चों में वृद्धि होगी और सुखों में कमी आएगी। कार्यक्षेत्र में भी प्रतिकूल परिस्थितियां बनी रहेगी। अगर कोई बीमारी है तो इस दौरान बीमारी अधिक परेशान कर सकती है।
मेष राशि पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव
इस बार के सूर्य ग्रहण का मेष राशि के जातकों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा । मेष राशि के स्वामी ग्रह मंगल देव हैं और अभी आपकी राशि में सूर्य, चंद्र, बुध और राहु जैसे ग्रहों की युति बन रही है। ऐसे में आपको मानसिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना होगा ।
अनावश्यक तनाव से बचने के लिए प्रयत्न करना होगा। आपको आर्थिक मामलों और कैरियर के मामले में भी सूर्य ग्रहण के बाद उलझनों का सामना करना पड़ेगा। अधिकारियों की नाराजगी के साथ अपेक्षित प्रमोशन और लाभ नहीं मिलने से भी मानसिक तकलीफ महसूस कर सकते है। वैसे आपकी राशि में गुरु आ जाने से आपको कुछ राहत भी मिलेगी और आप जीवन में संतुलन बनाने में कामयाब होंगे।
वृषभ राशि पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव
इस बार के सूर्य ग्रहण के प्रभाव से वृष राशि वाले जातकों की आमदनी में वृद्धि होगी। विदेशी धन मिलने के योग बनेंगे। जीवनसाथी के माध्यम से भी धन लाभ हो सकता है। अगर आप नौकरी करते हैं तो किसी अंशकालिक व्यापार में भी हाथ आजमा सकते हैं जो आपकी आमदनी में बढ़ोतरी दर्ज करने में महत्वपूर्ण साबित होगा।
वैसे देखा जाए तो यह समय आपके जीवन में खुशियां ही लेकर आएगा। आपके मन में प्यार और रोमांस के फूल खिलेंगे और चारों तरफ का माहौल सकारात्मक नजर आएगा। नौकरी में बदलाव करने का विचार कर रहे हैं तो आप सफल होंगे। रोजगार की तलाश कर रहे लोगों को शुभ समाचार मिलेंगे। आर्थिक स्थिति पहले से बहुत ही बेहतर होगी।
यह समय स्वास्थ्य के लिए ध्यान देने योग्य होगा क्योंकि जरूरत से ज्यादा काम करना आपको थकान और कमजोरी का अनुभव कराएगा, जिससे आप बीमार हो सकते हैं लेकिन चिंता की कोई बात नहीं आपकी योजनाओं में गति बनी रहेगी और आपको उनका उचित परिणाम भी प्राप्त होगा । शुभ परिणामों में वृद्धि पाने के लिए ग्रहण और आसपास के समय में विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें ।
मिथुन राशि पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव
सूर्य ग्रहण के प्रभाव से मिथुन राशि के जातकों को बड़े धन लाभ होने के योग बन रहे हैं। इसके साथ ही यात्रा पर भी जाने के योग बन रहे हैं । विवाहित जातकों के लिए संतान प्राप्ति के योग भी बन रहे हैं । कोर्ट कचहरी के मामलों में आपको विजय मिलेगी, साथ ही विरोधियों को आप मात दे पाएंगे।
आपको राजनीतिक लाभ होगा, व्यावसायिक सफलता भी मिलेगी साथ ही मान सम्मान में वृद्धि होगी । लेकिन ध्यान रखें अनावश्यक जिम्मेदारी लेना आपको दिक्कत दे सकता है यानी इस दौरान केवल अपने काम से काम रखे और मिलने वाले परिणामों में शुभता बढ़ाने के लिए भगवान शिव के पंचाक्षर मंत्र यानी “नमः शिवाय” का प्रतिदिन पाठ करें।
कर्क, कुंभ और मीन राशि वालों के लिए इस सूर्य ग्रहण के दौरान किसी भी तरह का बदलाव नज़र नहीं आयेगा । आप का मन शांत रहेगा और आप अपने कार्यों को करते जायेंगे । बाधायें आप के रस्ते में नहीं आएंगी।