OTT Platform: Netflix
फिल्म : पेन हसलर्स (2023)
कलाकार: एमिली ब्लंट, क्रिस इवांस, कैथरीन ओ’हारा, एंडी गार्सिया, क्लो कोलमैन, जे डुप्लास, ब्रायन डीआर्सी जेम्स
निर्देशक: डेविड येट्स
समय: 2 घंटा 3 मिनट
रेटिंग: 2.5
जब बात मेडिकल और उससे जुड़ी कंपनियों की आ जाती है तो वहां मनुष्य की नैतिकता भी परखी जाती है। आज के समय में फार्मेसी के तौर पर इतना बड़ा व्यापार चल रहा है कि पूछिए मत और कुछ उसी तरह का बिज़नेस इस पेन हसलर्स मूवी में दिखाया गया है। हालाँकि मूवी की पटकथा और निर्देशन इतना उम्दा नहीं कहा जा सकता है क्योंकि इसमें मुख्य भूमिका निभाने वाली एमिली ने अपने किरदार के साथ वह न्याय नहीं किया है जो करना चाहिए था।
साथ ही मूवी में एमिली को अपने काम और नैतिकता के बीच में कभी इधर तो कभी उधर होते हुए दिखाया गया है और लगभग पूरी मूवी में ही वह ऐसा करती नज़र आयी है। एक ऐसी महिला जो सफल तो होना चाहती है लेकिन गलत काम भी नहीं करना चाहती है। फिर वह गलत काम करती भी है और प्रसिद्धि भी पाती है लेकिन फिर वही खुद को एक विक्टिम के तौर पर पेश करने से भी नहीं कतराती है।
ऐसे में यह मूवी बहुत सारे उतार चढ़ाव लेकर आती है जिसमें लगभग हर कोई पाखंडी सा ही नज़र आता है। मूवी में भी कोई इतना ज्यादा जोर नहीं है जो आपको यह देखने पर विवश कर दे। एक तरह से हम इस पेन हसलर्स को एक एवरेज मूवी की ही संज्ञा देंगे जो आपको फार्मेसी की दुनिया में फैले गोरखधंधे को दिखाती है। पहले मूवी की कहानी को जान लेते हैं।
पेन हसलर्स की कहानी
मूवी की शुरुआत में लिजा (एमिली) नाम की महिला को बहुत ही हताश दिखाया गया है जो आर्थिक संकट से गुजर रही है। वह एकल माँ है जिसके ऊपर अपनी किशोर बेटी के भरण पोषण की भी जिम्मेदारी है। इसी बीच एक क्लब में उसकी मुलाकात मूवी के हीरो पेटे ब्रेंनेर (क्रिस इवांस) से होती है। पेटे लिजा से प्रभावित हो जाता है और उसे अपना नंबर देता है।
दरअसल पेटे एक फार्मेसी कंपनी Zanna में काम करता है और वह अपने बॉस से लिजा को कंपनी में नौकरी देने की सिफारिश करता है। इसके लिए वह लिजा के रिज्यूमे में बदलाव कर उसे मेडिकल बैकग्राउंड से जोड़ देता है जिस कारण उसे उस कंपनी में नौकरी मिल जाती है। जिस समय लिजा उस कंपनी को ज्वाइन करती है उस समय कंपनी की हालत बहुत ख़राब चल रही होती है और वह दिवालिया होने की कगार पर होती है।
Zanna कंपनी एक दवाई बनाती है जिसका नाम लोनाफेन होता है। कंपनी का दावा है कि इससे कैंसर के इलाज में बहुत मदद मिलती है लेकिन डॉक्टर इस दवाई को ना लिखकर बाकि की कम प्रभावी दवाइयों को लिख रहे हैं। लिजा इसे जान जाती है और लोनाफेन को बेचने के लिए उसकी मार्केटिंग करती है।
अब जैसा कि हर मूवी में देखने को मिलता है, वैसा ही होता है। लिजा की रणनीति काम आती है और वह आश्चर्यजनक रूप से Zanna कंपनी मार्केट का 86 प्रतिशत हिस्सा उस लोनाफेन दवाई के रूप में कवर कर लेती है। जो कंपनी दिवालिया होने की कगार पर थी, वह अचानक से बड़ी कंपनी बन जाती है और लिजा की लाइफ भी पूरी तरह से बदल जाती है। पेटे को भी कंपनी का COO बना दिया जाता है।
अब मूवी में नया ट्विस्ट आता है और लोगों को लोनाफेन दवाई लेने की आदत सी पड़ने लगती है। साथ ही इसके बहुत से दुष्प्रभाव देखने को मिलते हैं। इसी बीच लिजा की लाइफ में भी कई तरह के घटनाक्रम देखने को मिलते हैं और लोनाफेन दवाई के कारण उसकी एक दोस्त के पति की भी मृत्यु हो जाती है। उसे अपनी दोस्त के द्वारा खूब सुनाया जाता है और वह अमेरिका की अदालत में अपनी कंपनी और उसके लोगों के खिलाफ गवाही देने को राजी हो जाती है।
फिर वही निष्कर्ष निकलता है जो हम अक्सर मूवी में देखा करते हैं। एक लंबी कानूनी कार्यवाही चलती है और लिजा अपने आप को एक विक्टिम या कंपनी के जाल में फंसी हुई महिला के रूप में पेश करती है और एक एक करके कंपनी के सभी राज खोल देती है। अदालत के द्वारा कंपनी के सभी बड़े लोगों को सजा सुनायी जाती है लेकिन लिजा को सिर्फ 15 महीने की सजा होती है क्योंकि उसने कानून की मदद की थी।
मूवी की आखिर में लिजा जेल से बाहर आ जाती है और अपनी माँ के साथ स्किन केयर कंपनी शुरू करती है जो उन दोनों का ही बहुत पहले से सपना था।
पेन हसलर्स मूवी कैसी है?
अब अगर हम पेन हसलर्स के बारे में खुलकर बात करें तो यह एक ऐसी मूवी है जो हम अक्सर अमेरिकन फिल्म इंडस्ट्री में देखते आये हैं। कहने का मतलब यह हुआ कि मूवी की स्टोरी वही पुरानी और घिसी पिटी है जिसमे कोई नयापन नहीं है। अगर आप कुछ नया सोचकर यह मूवी देखने का सोच रहे हैं तो हम आपको यही कहेंगे कि बेहतर होगा आप किसी और मूवी को देख लें क्योंकि इसमें आपको कुछ भी नया नहीं मिलेगा।
वहीं अगर आपका इंटरेस्ट मेडिकल रिलेटेड मूवीज को देखने में ज्यादा है या फिर आप मेडिकल स्कैम में क्या कुछ होता है या हो सकता है, यह देखने के लिए यह मूवी देखने जा रहे हैं तो फिर आपको यह मूवी अच्छी लगेगी।
मूवी में एक्टर एक्ट्रेस की एक्टिंग की बात करें तो उसमें भी इतना दम नहीं है और आखिर में हम सभी निराश ही होते हैं। जहाँ एक ओर एमिली को कभी इधर तो कभी उधार होते हुए दिखाया गया है तो बाकि की एक्टिंग में भी कोई ख़ास दम देखने को नहीं मिलता है। ओवरऑल इस मूवी को एक बार देखा जा सकता है या फिर स्किप भी किया जा सकता है।