मराठी अभिनेत्री सीमा देव जिन्होंने भारतीय सिनेमा में अपनी प्रतिष्ठा बनाई थी, आज हमारे बीच नहीं रही हैं। सीमा देव का जन्म 22 मार्च, 1930 को महाराष्ट्र के मुम्बई शहर में हुआ था और आज, दिनांक २४ अगस्त 2023 को, 93 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया है। उन्होंने अपने लम्बे करियर के दौरान अपनी अद्वितीय प्रतिभा और अभिनय कौशल से लोगों का दिल जीता।
सीमा देव का अभिनय करियर वर्ष 1948 में फिल्म ‘शकुंतला’ के साथ शुरू हुआ था। उन्होंने विभिन्न भाषाओं में कई चर्चित फिल्मों में काम किया, लेकिन मराठी सिनेमा में उनका योगदान अत्यधिक माना जाता है। उन्होंने कई ऐतिहासिक और सामाजिक फिल्मों में अद्वितीय अभिनय किया और अपनी गहरी आवाज़ और व्यक्तिगत शैली से दर्शकों को मोहित किया।
सीमा देव का नाम विशेष रूप से मांगेशकर परिवार से जुड़ा है, जिनमें उनके पति, प्रसिद्ध संगीतकार और गायक पं. राम गंगाधर वामन मांगेशकर शामिल थे। उनके साथ वे बहुत सारी प्रसिद्ध गायन और संगीत से जुड़ी कई प्रोजेक्ट्स में भी काम कर चुकी थीं।
उनकी मराठी सिनेमा में कई चर्चित फिल्में शामिल हैं, जैसे कि ‘धागा धाग’ (1952), ‘सन्यासी मानसी’ (1954), ‘नवरील बाई’ (1956), ‘राम राम पावन कल्याण’ (1961), ‘गोपाल कृष्ण’ (1963), ‘आपल्या देवाच्या आघालाय’ (1964), ‘जगाच्या धर्मातील’ (1969), ‘एक होटा राजा आहे’ (1972), ‘आम्ही आहोत का’ (1978) आदि।
सीमा देव का अभिनय दर्शकों के दिलों में बस गया था। उनकी सादगी, सहजता और व्यक्तिगत अंदाज उन्हें अलग बनाते थे। उन्होंने अपने करियर के दौरान अनेक पुरस्कारों का भी सम्मान प्राप्त किया, महाराष्ट्र साहित्यिक संम्मान, और कोलकाता फिल्म फेस्टिवल के उत्कृष्ट अभिनेत्री पुरस्कार शामिल हैं।
आज की दिनांक में, 24 अगस्त, 2023, सीमा देव का आकस्मिक निधन हो गया है। उनके निधन से मराठी सिनेमा और भारतीय सिनेमा को एक बड़ी क्षति पहुंची है, क्योंकि वे एक प्रतिष्ठित और प्रेरणास्त्रोत थीं।
सीमा देव के निधन से उनके परिवार, साथी कलाकार और उनके चाहने वालों को गहरा दुख झेलना पड़ रहा है। उनके योगदान को याद करके हम सभी उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं और उनकी आत्मा की शांति की कामना करते हैं।
नोट: उपरोक्त जानकारी सिर्फ तथ्यों पर आधारित है और किसी भी विशेष घटना या स्थिति की पुष्टि नहीं करती।