भारतीय फिल्मों की ‘उमराव जान’, जिनका अंदाज ‘सावन भादों’ की तरह तन -मन को भिगोने वाला है़। जिनके अभिनय के जादू का ‘सिलसिला’ 50 वर्षों से बॉलीवुड में जारी है़। क्योंकि फेमस एक्ट्रेस रेखा की खूबसूरती का तिलस्म आज भी पूरे देश को सम्मोहित कर रहा है़। जी हाँ यह हैं फिल्म अभिनेत्री रेखा, जिन्होंने भी उनको देखा वह ठगा सा रह गया। फिल्म अभिनेत्री रेखा को देखकर किसी ने कहा था कि ऐसा लगता है़ कि इंद्रलोक की मेनका धरती पर उतर आयीं हों।
रेखा का पूरा नाम क्या था?
रेखा का पूरा नाम भानु रेखा गणेशन है़। उनके पिता का नाम जेमिनी गणेशन और माँ का नाम पुष्पावली था। वह मद्रास (चेन्नई) की रहने वाली हैं। अपने माँ बाप के नाम के आधार पर उनकी पुत्री का नाम इतना बड़ा रखा गया। लेकिन फिल्मी लाइन में शॉर्ट एंड क्यूट नाम का प्रचलन शुरू से रहा है़।
इसीलिए फिल्मी दुनिया में भानु रेखा गणेशन के स्थान पर उनका नाम केवल रेखा ही रखा गया। उनके बड़े नाम से भानु और गणेशन शब्द को हटा दिया गया और यही रेखा नाम जमाने ने जाना। जिनके टैलेंट की कोई सीमा रेखा नहीं थी।
जिसको देखकर पहली बार रेखा का दिल धड़का
सुपर स्टार रेखा का आकर्षक लुक उनके साथ काम करने वाला अभिनेता को इस कदर लुभा जाता था कि वह रेखा को अपना दिल दे बैठते थे। यह वह समय था जब उनके फैंस उनकी एक झलक पाकर निहाल हो जाते थे। आपको जानकर आश्चर्य होगा क़ि फिल्म अभिनेत्री रेखा अपनी इच्छा से फिल्मों में नहीं आयीं।
वे कहतीं है़ कि उनके माँ बाप ने उन्हें जबरन इस फिल्म इंडस्ट्री में उतारा। अगर आप फिल्म अभिनेत्री रेखा की आरंम्भ की फिल्में देखें तो आपको ऐसा लगेगा जैसे की किसी गाँव की कोई मासूम लड़की फिल्मी पर्दे पर आ गई हो। उनके चेहरे की मासूमियत लोगों को प्रभावित करती थी।
बॉलीवुड एक्ट्रेस रेखा ने जब वर्ष 1970 में अपनी पहली हिन्दी फिल्म की, तो उस समय फिल्म अभिनेता नवीन निश्चल एक सफल अभिनेता थे। रेखा के साथ उनकी पहली फिल्म ‘सावन भादों’ थी। इस फिल्म के हीरो नवीन निश्चल का आकर्षक व्यक्तित्व रेखा को बहुत लुभाया। रेखा मन ही मन फिल्म अभिनेता नवीन निश्चल को चाहने लगीं।
लेकिन बात कुछ बन न सकी। यह रेखा का पहला प्यार था जो असफल रहा। लेकिन यह रेखा के चाहत के सफर की शुरुआत थी। इसके बाद उनकी करीबी जिंदगी में फिल्म अभिनेता विनोद मेहरा आये। रेखा का यह प्यार भी विनोद मेहरा के साथ फिल्मों के दौरान हुआ। विनोद मेहरा और रेखा के बीच आँखो -आँखो में बातें होने लगीं।
जो बढ़ती -बढ़ती लबों पर आ गयी। विनोद मेहरा और रेखा के जबरदस्त अफेयर की खबर जमाने को हो गयी। प्यार का यह किस्सा लंबे समय तक चला। चारों तरफ यह खबर तक फैल गयी कि रेखा और विनोद मेहरा ने चुपके-चुपके शादी कर ली। लेकिन बाद में स्वयं रेखा ने इस अफवाह का खंडन किया। इस संबंध के वैवाहिक रिश्ते में न जुड़ने का कारण यह था कि विनोद मेहरा के माँ- बाप इस रिश्ते के खिलाफ थे।
रेखा और अमिताभ बच्चन की लव स्टोरी
रेखा की फिल्मों में अब उनके अभिनेता बने सुपर स्टार अमिताभ बच्चन, जो बाद में वह उनके असल जिंदगी के हीरो भी बन गये। रेखा नें अमिताभ के साथ कई फिल्में कीं। जिसमें दो अंजाने (1976),अलाप (1977), खून पसीना (1977), गंगा की सौगंध (1978), मुकद्दर का सिकंदर (1978), मिस्टर नटवर लाल (1979), सुहाग (1979), राम बलराम (1980), सिलसिला (1981) आदि प्रमुख हैं।
यह वह समय था जब रेखा और अमिताभ बच्चन की फिल्मी जोड़ी सुपर हिट मानी जाती थी। भारत के दर्शकगण इन दोनों को ही फिल्मी परदे पर देखना चाहते थे। रेखा और अमिताभ बच्चन साथ -साथ फिल्में करते- करते न जाने कब दोनों एक दूसरे को दिल दे बैठे उन्हें पता भी न चला।
अमिताभ बच्चन से मुलाकात के बाद रेखा का लाइफ स्टाइल ही बदल गया। रेखा और अमिताभ के प्यार का सफर शादी तक पहुँचना चाहता था। लेकिन उनका यह सपना पूरा न हो सका। लेकिन अमिताभ बच्चन और रेखा के फिल्मों के रोमांटिक सीन आज भी लोगों के मन को प्रभावित करते हैं, क्योंकि उनके फिल्मों के दृश्यों में उनके सच्चे प्यार की कशिश नजर आती है़।
जब रेखा ने अमिताभ बच्चन के लिए सलामती की दुआ माँगी
यह वह समय था जब रेखा और अमिताभ बच्चन का अफेयर चरम सीमा पर था। उन्हीं दिनों एक दुर्घटना घट गयी। यह वर्ष 1983 की बात है़ जब फिल्म ‘कुली’ की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन बुरी तरह घायल हो गये। जब पूरा देश अमिताभ बच्चन की सलामती की दुआ मांग रहा था तब रेखा भी ऊपर वाले से अमिताभ बच्चन की सलामती के लिए प्रार्थना कर रही थीं।
रेखा आज भी सोशल मीडिया पर छायी रहतीं हैं
फिल्म एक्ट्रेस रेखा अपने शालीन पहनावे और सदाबहार खूबसूरती के कारण आज भी सोशल मीडिया पर छायी रहतीं हैं। वह जब भी अपने चिर परिचित भारतीय पहनावे में महफिल में आ जातीं हैं तो उनका आकर्षक व्यक्तित्व पार्टी में चार चाँद लगा देता है़।