पूजा घर से हम सबके पूरे घर में सात्विकता यानी स्पिरिचुअल पॉजिटिविटी का संचार होता है। यह भी हम सब जानते हैं कि रंगों का हम सबके मन पर बहुत असर पड़ता है, इसलिए अपने पूजा रूम के लिए सही कलर चुनना और भी ज़रूरी हो जाता है जिससे आप अच्छे मन से ध्यान लगा कर पूजा कर सकें।
पूजा घर का कलर कैसा हो, ये तय करने में आप अपनी आस्तिकता और वास्तु-शास्त्र के सिद्धांतों से मदद ले सकते हैं। आइए समझते हैं कि वास्तु-शास्त्र के सिद्धांत इस बारे में क्या कहते हैं।
पूजा घर में लाइटिंग कैसी हो?
सबसे पहले ये ध्यान देना ज़रूरी है कि आपके पूजा घर में लाइटिंग सही तरीके की हो। आजकल लाइटिंग से भी पूजा रूम में कलर इफ़ैक्ट आता है। अगर आप को चमक-दमक से ध्यान लगाने या पाठ करने में कोई मुश्किल नहीं होती है तो आप चमकने वाली डिस्को लाइट भी लगा सकते हैं क्योंकि भगवान का घर चमके तो अच्छा ही लगेगा।
लेकिन ध्यान रखें, ऐसा तभी करें जब लाइटिंग की चमक-दमक आपको डिस्टर्ब ना करती हो नहीं तो आप साधारण सी, ना चमकने वाली लाइटिंग भी लगा सकते हैं। आप पीले कलर की लाइट्स लगा सकते हैं चूँकि पीला एक सात्विक रंग माना जाता है और पीले रंग की लाइट आपके पूजा कमरे को एक बहुत अच्छा सात्विक रंग देगी जिससे आप को शाँति महसूस होगी।
यह भी कोशिश करें कि जहाँ आपका पूजा कमरा हो वहाँ नैचुरल लाइट यानी सूरज की रौशनी भरपूर आती हो। सात्विक वातावरण और रंग जो आपको नैचुरल लाइट से मिल सकते हैं वो किसी आर्टिफिशियल लाइटिंग से नहीं मिल सकते। सूरज की पीली रौशनी दिव्य मानी जाती है और आपको वो बेहतर ढंग से पूजा कर पाने के लिए रिचार्ज भी करेगी।
आप वहाँ पर दिया और मोमबत्ती भी जला सकते हैं जिनसे सात्विकता का प्रकाश फैलता है। बिना लाइटिंग के भी सरल और साधारण ट्यूबलाइट या बल्ब की रौशनी भी पूजा करते समय आपका ध्यान भंग नहीं करेगी और यह भी आपके पूजा रूम के लिए सही मानी जा सकती है।
घर के मंदिर में कौन सा रंग होना चाहिए
वास्तु शास्त्र के अनुसार, पीला तो सात्विक प्रकाश का रंग है ही, इसके अलावा हल्का गुलाबी रंग भी पूजा घर के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। इन रंगों में से कोई भी एक रंग आप अपने पूजा कमरे में करा लें तो बहुत अच्छा और शुभ रहेगा।
ध्यान रखें कि दीवारें दो रंगों की ना हो कर के एक ही रंग की हों तो ही अच्छा माना जाता है। यह भी विशेष ध्यान रखें कि आपके पूजा रूम में दीवारों पर हल्के रंगों का ही प्रयोग हो और काला रंग तो अशुभ माने जाने के कारण पूजा रूम में बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए।
कोशिश करें कि भड़कीले कलर्स से भी आप दूर रहें जिनके कारण पूजा-पाठ, मंत्र जाप, आदि करते समय आपका ध्यान भटक सकता है। आपका पूजा कमरा आपकी आत्मा का चार्जिंग पॉइंट और आपके घर का एनर्जी सेंटर है। पूजा रूम में सही तरीके की लाइटिंग और दीवारों के कलर से सात्विकता का वातावरण रखें, जिससे आप ईश्वर की पूजा में सही तरीके से लीन हो सकें।