कहते हैं कि इस कलयुग में सैकड़ों प्रकार की पूजा से बढ़कर है सच्चे मन से एक बार खाटू वाले श्याम बाबा की पूजा करना। क्योंकि श्याम बाबा अपने भक्तों को कभी निराश नहीं करते। इसीलिए तो देश- विदेश में खाटू श्याम बाबा के प्रति लोगों की आस्था दिन पर दिन बढ़ती जा रही है।
आइये ,आज हम आपको खाटू श्याम बाबा से अपनी मनोकामना पूर्ण कराने का मार्ग बताने जा रहें हैं। कहते हैं कि श्याम बाबा की एक छोटी सी पूजा करने से बडे़ से बडे़ कार्य क्षण भर में सिद्ध हो जाते हैं। आप बस विधि-विधान से श्याम बाबा की पूजा करने का तरीका जान लीजिए।
क्योंकि खाटू श्याम बाबा की कृपा पाने के लिये पूरी भक्ति भावना और विधि-विधान से उनकी पूजा करनी चाहिये। तो आखिर क्या है श्याम बाबा की पूजा करने का सही तौर- तरीका, आज का हमारा विषय यही है।
खाटू श्याम जी को प्रसन्न कैसे करें?
खाटू वाले श्याम बाबा की पूजा करने और उनको प्रसन्न करने के लिये सर्वप्रथम आपको निम्नलिखित वस्तुएं एकत्र करनी होंगी। ये वस्तुएं आपको आपके घर के आस-पास ही किसी पनसारी या पूजन भंडार सामग्री आदि की दुकानों पर मिल जाएगी, किन्तु ध्यान रहे, बाजार मे आजकल नकली वस्तुएं भी काफी मिलती है, जिनसे आपको सावधान रहने की आवश्यकता है। ये वस्तुएं हैं-:
- श्याम बाबा की मूर्ति या तस्वीर
- गाय का कच्चा दूध
- सुगंधित धूप
- माचिस
- देशी घी का दीपक ( जलाने के लिये)
- पंचामृत
- मेवे
- अक्षत
- कलश में साफ जल
- लाल गुलाब के फूलों की माला एवं पुष्प
- घर की बनी खीर
- बिछाने के लिये आसन का कपड़ा
- पूजा की थाली
- साफ – सुथरा छोटा तौलिया
- स्वयं के बैठने के लिये आसन
- श्याम बाबा की आरती की पुस्तिका
खाटू श्याम बाबा की पूजन विधि
आइए अब जानते हैं कि खाटू श्याम बाबा की पूजा कैसे करें। सबसे पहले स्वयं नहा- धोकर स्वच्छ वस्त्र धारण कर लें। उसके बाद आपको सबसे पहले श्याम बाबा को स्नान कराना है। आप बाबा को पंचामृत अथवा दूध व दही से नहलायें। उसके बाद स्वच्छ जल से उनको स्नान करायें। फिर सूखे तौलिये से पोंछकर उन्हें आसान ग्रहण करायें।
उनके सामने देशी घी का दीपक जलायें। फिर उनका पूजन आरंभ करें। उनके सामने धूप जलायें। लाल गुलाब के पुष्पों की माला उन्हें अर्पित करें। पुष्प, अक्षत आदि चढ़ायें। इसके बाद उन्हें कच्चे दूध का भोग लगायें।
खीर, मोदक, चूरमा आदि जो आपकी रसोई मे बना हो, उसे श्याम बाबा को अर्पित करें। तत्पश्चात दोंनो हाथ जोड़कर भक्ति-भाव से बाबा को प्रणाम करें। उसके बाद स्वयं और परिवार के सभी सदस्य श्याम बाबा के सामने दीप से श्रध्दापूर्वक आरती करना आरंभ करें। खाटू श्याम बाबा की आरती नीचे दी हुई है।
खाटू वाले श्याम बाबा की आरती
ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे।
खाटू धाम विराजत, अनुपम रूप धरे॥
ॐ जय श्री श्याम हरे
रतन जड़ित सिंहासन , सिर पर चंवर ढरे।
तन केसरिया बागो , कुंडल श्रवण पड़े॥
ॐ जय श्री श्याम हरे
गल पुष्पों की माला सिर पर मुकुट धरे।
खेवत धूप अग्नि पर, दीपक ज्योति जले॥
ॐ जय श्री श्याम हरे
मोदक, खीर, चूरमा, सुवरण थाल भरे।
सेवक भोग लगावत , सेवा नित्य करें॥
ॐ जय श्री श्याम हरे
झांझ , कटोरा और घड़ियावल ,शंख, मृदंग धुरे॥
भक्त आरती गावैं, जय, जयकार करें।
ॐ जय श्री श्याम हरे
जो ध्यावे फल पावे,सब दुख से उबरे।
सेवक जन निज मुख से ,श्री श्याम श्याम उचरे॥
ॐ जय श्री श्याम हरे
श्री श्याम जी की आरती जो कोई नर गावे।
कहत भक्त जन मनवांछित फल पावे॥
ॐ जय श्री श्याम हरे
जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे।
निज भक्तों को तुमने, पूरण काज करे॥
ॐ जय श्री श्याम हरे
श्याम बाबा का जयकारा
आरती के पश्चात सबको मिलकर ओज पूर्ण स्वर में खाटू श्याम बाबा के नाम का जयकारा लगाना चाहिये। जिसके बाद ही श्याम बाबा पूजा पूर्ण होती है। बाबा के जयकारे उनके नाम बोलकर लगाने चाहिए जैसे जय श्री श्याम, जय हो खाटू नरेश की , जय हो शीश के दानी, जय मोरवीनंदन, श्याम लला की ,जय हो लख दातार की, हारे के सहारे की जय, केसरिया बागा वाले की जय, महाभारत दृष्टा की जय, बर्बरीक की जय, घुंघराले बाल वाले की जय आदि आदि।