आप दिन रात भोजन तो करते ही होंगे और उसमें प्रमुख रूप से गेहूं की रोटियां खाते होंगे। तो इन रोटियों को बनाने के लिए पहले आटे को गूंथा जाता है और उसके बाद ही इससे रोटियां बनती है। अब यदि हम आपको कहें कि रोटी का ऐसा आटा जो आपके भाग्य तक को खा सकता है या आपके ऊपर बहुत भारी पड़ सकता है तो यह सुन कर आपको कैसा लगेगा दोस्तों।
जिस आटे को आप सुबह शाम रोटी के रूप में खा रहे हैं और अगर आप उन्हें गलत तरीके से गूंथ रहे हैं या कोई और गलती कर रहे हैं तो अवश्य ही माँ अन्ना पूर्णा आपसे नाराज़ हो जाएगी। अब माँ अन्न पूर्णा आपसे नाराज़ हो जाएगी तो ना आपका स्वास्थ्य अच्छा रह पाएगा और जो धन आपके घर में आ रहा था वह भी चला जाएगा।
माँ अन्नपूर्णा के नाराज होने से लक्ष्मी माँ भी नाराज हो जाती हैं
ऐसा इसलिए क्योंकि अन्न पूर्णा के नाराज़ होने से माँ लक्ष्मी भी बहुत नाराज़ हो जाती है और वह आपका सारा भाग्य छीन लेती है। फिर चाहे आप कुछ भी कर लें लेकिन इसका कोई सॉल्यूशन नही निकलता है। ऐसे में यदि आप पहले से ही इस बात का ध्यान रख लेंगे तो बेहतर रहेगा।
नमस्कार दोस्तों, आज के इस लेख में हम आपको इसी के बारे मे बताने वाले हैं कि क्यों आपको अपने घर में आटे को गूंथते समय कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए। दोस्तों अगर आप अभी तक यह गलती करते आ रहे थे तो कोई बात नहीं लेकिन आज इसे जानने के बाद भी अगर आप यह गलती करते रहते हैं तो फिर दोष किसी और को मत दीजियेगा क्योंकि यही गलतियाँ आपके ऊपर बहुत भारी पड़ने वाली है।
हम आपके भले के लिए ही यह बात आपको बता रहे हैं ताकि आपके जीवन में अभी तक जो समस्याएं आ रही थी वह कहीं इसी वजह से ही ना आ रही हो। दरअसल आज कल सभी को आराम बहुत पसंद है और आप भी घर का काम करके कुछ चैन के पल बिताना चाहती होंगी और इसी कारण आप आटे को एक बारी में ज्यादा सारा गूंथ लेती होंगी।
रसोई मे ऐसी गलती भूल कर भी न करें
अब यदि आप आटे को सुबह शाम का एक बारी में ही गूंथ ले रही हैं या फिर आज का गूंथा हुआ आटा कल इस्तेमाल में ला रही हैं तो जरा रुकिए क्योंकि आप लगातार ऐसी गलतियाँ कर रही हैं जिसका परिणाम ना बस आपको बल्कि आपके घरवालों को भी भुगतना पड़ेगा।
आपको शायद यकीन ना हो लेकिन ऐसा करने से अर्थात अपने घर का गूंथा हुआ आटा उसके बाद में या कल इस्तेमाल करने से बहुत सारी नकारात्मकता आती है और वह किसी भी उपाय से दूर नहीं होती है। आपको यकीन करना होगा क्योंकि अभी तक आपके जीवन में जो समस्याएं आ रही थी वह शायद इसी कारण ही आ रही हो लेकिन आपका इस पर ध्यान ही ना गया हो।
इसलिए हम अभी भी आपसे कह रहे हैं कि समय रहते संभल जाएंगे और जितना जल्दी संभल जाएंगे तो उतना ही आपके लिए अच्छा रहेगा। अब आप सोचेंगे कि भला इसमें क्या है और ऐसा तो लगभग सभी करते हैं तो बहन यह किसने कहा कि उनके जीवन में परेशानियाँ नहीं आ रही है।
सौभाग्य चौपट हो जाता है
अब पहले के समय में या आज भी जो महिलाएं अपने घर परिवार के साथ या गाँव में रहती हैं वे इस बात का ध्यान रखती हैं लेकिन जो महिलाएं अपने घर से दूर अपने पति के साथ रहती हैं या फिर नौकरी करती हैं उनके द्वारा अक्सर ही ऐसी गलतियाँ कर दी जाती है और उन्हें इसका पता ही नहीं होता है कि इसके क्या कुछ परिणाम हो सकते हैं।
वहीं जो महिलाएं अपने घर परिवार के साथ भी रह रही है वह भी अपना काम कम करने या दिन में बार बार आटा गूंथने से बचने के लिए एक बार में ही ढेर सारा आटा गूंथ लेती है और फिर बचा हुआ आटा फ्रिज में रख देती है। अब उसके बाद जब भी उन्हें इसका इस्तेमाल करना होता है तब फ्रिज में से इसे निकाला और उसकी रोटियां बनानी शुरू कर दी।
कभी कभार तो हम आज का आटा कल तक इस्तेमाल कर रहे होते हैं जो कि बहुत ही बुरी बात है और इससे घर बर्बाद तक हो सकता है। ऐसा करने से आपका भाग्य तो ख़त्म होता ही है और साथ ही जो भी उस बासी आटे से बनी रोटियां खा रहा है उसका भाग्य भी ख़त्म हो जाता है।
तो ऐसा करके आप ना केवल अपना बल्कि अपने घर वालों का भाग्य भी ख़त्म कर दे रही हैं जो कि बिल्कुल ही गलत बात कही जाएगी। अब इससे आपके घर में गरीबी तो आएगी ही आएगी बल्कि सभी का स्वास्थ्य भी ख़राब हो जाएगा। ऐसा करने से व्यक्ति लगातार कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करता है और उससे ना केवल शारीरिक नुकसान होता है बल्कि उसका मन भी अशांत रहता है।
कैसे करें इसका समाधान
अब यदि किसी व्यक्ति का शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य दोनों ही अच्छे नहीं है तो वह काम भी कैसे ही कर पाएगा और अगर वह काम ढंग से नहीं कर पाएगा तो कमाएगा क्या और खायेगा क्या। इसलिए बहुत ही ज्यादा जरुरी है कि आटा केवल उतना ही गूंथा जाए जो उस समय की रोटियों के लिए जरुरी हो।
अब आप कहेंगी कि कभी कभार आटा बच जाता है तो क्या करें या फिर कभी कभी ऐसी स्थिति आ जाती है कि आटे को ज्यादा गूंथना पड़ता है या वह ज्यादा चाहिए होता है तो उस टाइम क्या कुछ किया जाना चाहिए। अब यदि कभी कभार आपको आटा एक बारी में ही ज्यादा गूंथना पड़ जाए या ऐसी स्थिति आ जाए तो आप आटे को यूं ही फ्रिज में रखने की बजाए उस पर अपनी मुट्ठी से एक छाप छोड़ दें।
इसके लिए अपने हाथ की उँगलियों व अंगूठे को बंद कर मुट्ठी बनाएं और उसे आटे के ऊपर लगा दें। इससे आटा गोलनुमा होने की बजाए उबड़ खाबड़ हो जाएगा और तब आप इसे फ्रिज में रख सकती हैं और बाद में इस्तेमाल में ला सकती हैं। दरअसल ऐसा करने से उस आटे में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं कर पाती है और आप बाद में उसका सही ढंग से इस्तेमाल कर सकती हैं।
लेकिन ये गलती कदापि न करें
अब अगर आप इस तरीके को बार बार कर रही हैं या हमेशा ही कर रही हैं तो फिर यह भी गलत ही होगा और माँ अन्न पूर्णा आपसे बहुत ज्यादा नाराज़ हो जाएँगी। उन्हें लगेगा कि आप केवल अपने मतलब के लिए ही इस तरकीब का इस्तेमाल कर रही हैं और इसमें आपकी कोई मजबूरी नही है।
तो इस स्थिति में तो आपका भाग्य पूरी तरह से नष्ट हो सकता है और कई तरह की अन्य विपत्तियाँ भी आड़े आ सकती है। इसलिए इस तरकीब का इस्तेमाल केवल विशेष परिस्थिति या मजबूरी में ही करें और बार बार इसे करने से बचें। तो इस तरह इस लेख में आपने, आटे को किस तरह से गूंथा जा सकता है और किस तरह से उसका बेहतर इस्तेमाल किया जा सकता है, इसके बारे में जान लिया है।
तो मित्रों आपको आगे से इस बात का पूरा पूरा ध्यान रखना है कि आटा गूंथते समय केवल उतना ही आटा लें जितना उस समय रोटियां बनाने के लिए जरुरी हो। अब यदि थोड़ा बहुत आटा बच भी जाता है तो उसे यूँ ही रखने की बजाए उसकी रोटियां बनाई जा सकती है और उन्हें बाद में इस्तेमाल में लाया जा सकता है। इससे आप पाप से भी बच जाएँगी और काम भी बन जाएगा।