इस दुनिया में जो भी घटित होता है उसका एक कारण होता है और किसी घटना के घटने से प्रकृति हमें कुछ संकेत देती है, जिसे समझ कर हमें उस के अनुसार काम करना चाहिए। इन संकेतों को प्राचीन समय से ही विद्वान् लोग और ऋषि-मुनि, मनुष्यों के भले के लिए बताते आए हैं।
इनको शकुन कहा जाता है, जो कि शुभ भी हो सकता है और अशुभ भी। ऐसे ही कुछ शकुनों में से एक होता है भगवान की तस्वीर वाले फोटो फ्रेम या भगवान की मूर्ति का गिरना, तो आइए, ऐसी घटना होने पर हमारे जीवन पर इसके पड़ने वाले प्रभावों के बारे में समझते हैं।
अनहोनी का टलना
ये एक ऐसा शकुन माना जाता है जिसका अर्थ यह है कि आपके साथ कोई बुरी घटना घटने की संभावना हो सकती थी, परंतु उसका अच्छा पक्ष यह है कि ईश्वर ने बड़ी दया की है और उस बुरी घटना का असर भगवान ने अपने ऊपर ले लिया है।
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इसलिए, आप बिल्कुल ना घबरायें, इसको ग़लत अर्थों में ना सोचें क्योंकि जो कुछ भी दुर्घटना या बुरा प्रभाव होने की संभावना हो भी तो उससे स्वयं सर्वशक्तिमान ईश्वर आपको बचा रहे हैं। आपने सुना ही होगा कि जाको राखे साइयाँ मार सके ना कोय यानी जिसकी रक्षा स्वयं भगवान करते हैं, उसको कोई भी नहीं मार सकता और इसीलिए आपका कोई भी अमंगल नहीं होगा।
गिरने से टूटने वाले फोटो फ्रेम या खंडित मूर्ति का क्या करें?
टूटी हुई मूर्ति या फटे हुए चित्र को घर में बिल्कुल ना रखें, वो अपशकुन होता है। उसको आप किसी बहते हुए पानी के स्रोत यानी किसी नदी या ऐसी नहर में जिसमें बहाव हो, प्रवाहित कर सकते हैं। यदि आपके पड़ोस में कोई नदी या नहर ना हो तो किसी पीपल के पेड़ के नीचे उसको थोड़ी सी मिट्टी खोद कर के डाल सकते हैं।
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कोशिश करें कि ऐसी मूर्तियों या चित्रों को आप पेड़ के नीचे सिर्फ रख कर ही ना छोड़ दें क्योंकि जब तेज़ आँधी आएगी तो वह सड़क पर इधर-उधर लुढ़केगी या फिर कोई जानवर उसके अगल-बगल खाना ढूंढने की कोशिश में उसको और खराब कर सकता है, जिससे उसका अनादर होगा।
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ऐसा भी नहीं है कि चूँकि मूर्ति या तस्वीर का टूटना या फटना किसी अनहोनी के टलने का संकेत माना गया है तो कोई जान-बूझ कर तस्वीर को फाड़ दे या मूर्ति को फोड़ दे, यह तो बहुत मूर्खता होगी। मूर्ति के गिर कर टूटने से भगवान के द्वारा आपके ऊपर आने वाली किसी बुरी घटना या कष्ट का टाला जाना तभी एक शकुन माना जा सकता है जब वो स्वाभाविक ढंग से अपने-आप ही घटित हो।
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इस को एक ऐसा संकेत समझना चाहिए जो आपको आने वाले समय में सजग रहने की ओर एक इशारा करता है। साथ ही, यह भी ध्यान देने की बात है कि मन में सकारात्मक सोच हो तो बड़े से बड़े खतरे भी टल जाते हैं और आप कुछ अच्छा कर गुज़रते हैं।
इसी अच्छी सोच के साथ ईश्वर को मुश्किल घड़ी टालने के लिए सच्चे मन से धन्यवाद करें और दृढ़ विश्वास रखें कि आगे आने वाले समय में आपके जीवन में जो भी होगा, अच्छा ही होगा।