चाय का दाम-डेढ़ लाख रुपये की 200 ग्राम
जब आप इस दुनिया की सबसे महंगी चाय का दाम सुनेंगे तो यही कहेंगे कि क्या कह रहें हैं आप? बाप रे बाप, डेढ़ लाख रुपये की दो सौ ग्राम चाय! सुबह-सुबह पी ली है क्या? क्योंकि सुनने वाले को लगेगा कि शायद आपने गलत सुना होगा।
पढ़ने वाले को लगेगा कि उसने गलत पढ़ा होगा। क्योंकि सबका यही सोचना होगा कि चाय जैसा मामूली पेय इतना महंगा कैसे हो सकता है? हो सकता है कि किसी ने बढ़ा-चढ़ाकर दाम बताया हो। वरना क्या यह चाय कोई अमृत है जो इतनी महंगी बिक रही है।
अब आप यह सोंच रहें होंगे कि इतनी महंगी चाय खरीदने वाले कौन से लोग होंगे? जो रोज इतनी महंगी चाय पी रहें हैं। आखिर दुनिया की इस सबसे महंगी चाय का क्या नाम है? यह कहाँ बिकती है?
दुनिया की सबसे महंगी चाय का उत्पादन कहाँ होता है? इस चाय के इतने महंगे होने का क्या कारण है? आपके हर सवाल का जवाब हमारे पास है। बस आपको इस पूरे लेख को अंत तक पढ़ना पड़ेगा। तभी आप दुनिया की सबसे महंगी चाय से परिचित हो पायेंगे।
क्या है दुनिया की सबसे महंगी चाय का नाम
दुनिया की सबसे महंगी चाय का नाम डा हॉन्ग पाओ टी है। जो चीन देश में पायी जाती है। चीनी भाषा में इसे बिग रेड रोप भी कहा जाता है। क्योंकि यह दिखने में बिल्कुल लाल-लाल छोटी रस्सियों के समान होती है।
अपने रंग रूप के कारण यह बड़ी अनोखी नजर आती है। इसका उत्पादन वुई माउंटेन के आस-पास के क्षेत्रों में होता है। यह चाय का अदभुत रूप है जो संसार में और कहीं नहीं पाया जाता।
दुनिया की सबसे महंगी चाय के खोज की दिलचस्प कहानी
संसार की सबसे ऊँचे दाम वाली चाय डा हॉन्ग पाओ टी के खोजे जाने की कहानी बड़ी दिलचस्प है। पुराने जमाने की बात है। चीन का एक व्यक्ति अपने जीवन से बहुत निराशा हो चुका था। कारण यह था कि उसे अनेकों बीमारियों ने घेर रखा था। इसीलिए वह उन दिनों आयुर्वेद की कोई ऐसी जड़ी-बूटी की खोज कर रहा था, जिससे की उसकी सारी बीमारी दूर हो जाये।
एक दिन जब वह व्यक्ति चीन के वुई माउंटेन से होकर गुजर रहा था तो उसे एक अदभुत पौधा दिखाई दिया। वह छोटी-छोटी लाल रस्सियों की तरह नजर आ रहा था। उस पौधे के अनोखे रूप ने उस चीनी व्यक्ति को अपनी ओर आकर्षित किया। वह व्यक्ति उस पौधे की ओर बढ़ गया। उसने उस अदभुत पौधे के पास पहुँच कर कौतूहलवश उसकी कुछ पत्तियाँ तोड़कर चबा डालीं।
उस व्यक्ति को लगा कि उस पौधे की पत्तियाँ खाने से उसका मानसिक तनाव दूर हो गया है। वह अचंभित रह गया। फिर वह व्यक्ति उस पेड़ की पत्तियों को तोड़कर अपने घर ले गया।
उसने उस पौधे की पत्तियों को पानी में उबाला तो पानी का रंग ऑरेंज हो गया। उसने उस पेय को कई दिनों तक पिया। उसे पीकर उसे लगा कि उसका स्वास्थ्य सुधर रहा है। वह व्यक्ति अब रोज उस पौधे की पत्तियों के रस को पीने लगा।
आश्चर्य की बात, देखते ही देखते वह व्यक्ति पूरी तरह चंगा हो गया। उस पेय ने उसकी मानसिक क्षमता में भी विकास किया। उस व्यक्ति ने अपनी परीक्षा में सर्वोच्च अंक प्राप्त किये।
उन्हीं दिनों उस व्यक्ति को पता चला कि उसके राज्य का राजा बीमार चल रहा है। उसने अपने राज्य के राजा को भी वही पेय पदार्थ पिलाया। अचरज की बात उस राज्य का राजा भी उस पौधे की पत्तियों का रस पीकर स्वस्थ हो गया।
तब उस व्यक्ति ने राजा को उस अदभुत पौधे के बारे में बताया। राजा ने उन अदभुत पौधों को अपने संरक्षण में ले लिया। इसीलिए इस चाय, डा हॉन्ग पाओ टी, को ‘किंग ऑफ टी’ के नाम से भी जाना जाता है। क्योंकि यह वह चाय है जिसे पुराने जमाने में राजा महाराजा पीते थे। कहना न होगा की यह एक शाही चाय है इसीलिए महंगी है।
डा हॉन्ग पाओ टी, बीमारी को भगाती है
संसार की सबसे महंगी चाय डा हॉन्ग पाओ टी, यूं ही महंगी नहीं है। इसके गुणों ने इसको अमूल्य बना दिया है। इस चाय को लोग औषधि के रूप में उपयोग में लाते हैं। इस चाय को पीने से शारीरिक और मानसिक रोगों में लाभ होता है-
- यह चाय शरीर के रक्तचाप को नियंत्रित करती है।
- व्यक्ति के नशे की आदत को कम करती है।
- शरीर के अधिक वजन को कम करने में सहायक है।
- शरीर के रोगों से लड़ती है।
- मस्तिष्क को बल प्रदान करती है।
- शरीर में नयी ऊर्जा का संचार करती है।
- कफ से उत्पन्न बीमारियों को दूर करती है।
चीन के लोग इस चाय के पौधे को पूज्यनीय मानते हैं
डा हॉन्ग पाओ टी चाय का वह पौधा है जिसकी चीन देश के निवासी पूजा करते हैं। इस चाय के पौधे को पूज्यनीय मानने की परंपरा प्राचीन काल में उस राजा ने की थी जो राजा इसकी चाय को पीकर स्वस्थ हो गया था। चीनी इस चाय को जीवनदायी मानते हैं। डा हॉन्ग पाओ टी को जिसने भी पिया, वह इसका दीवाना हो गया।