ओके (OK) का फुल फॉर्म है Oll Korrect (ओल कोरेक्ट) जो कि All Correct (ऑल करैक्ट) का अपभ्रंश है, जिसका अर्थ है ‘सब कुछ ठीक है’ या फिर इसको सहमति जताने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। वैसे सभी विशेषज्ञ इसकी उत्पत्ति कहाँ से हुई, इस बारे में पूर्णतया एकमत नहीं हैं। कुछ विशेषज्ञ इसका चलन Oll Korrect की बजाय ग्रीक भाषा के Olla Kalla (ओला कैल्ला) से शुरू हुआ मानते हैं, जिसका अर्थ भी सहमति जताना ही होता है।
आइये जानते हैं, इसके बारे में कुछ मज़ेदार तथ्य।
कैसे शुरू हुआ ओके कहने का चलन
अक्सर लोग बातों-बातों में अपनी सहमति जताने के लिए ओके बोल जाते हैं या फिर एक दूसरे को चैट में ओके लिख कर भेजते हैं। ये छोटा सा शब्द सभी के द्वारा इतना ज़्यादा इस्तेमाल होता है कि हम लोग इसके बारे में नहीं सोचते कि इसका चलन शुरू कहाँ से हुआ, परन्तु ऐसा माना जाता है कि इसके चलन में आने की कहानी मज़ेदार तरीके से शुरू हुई थी।
तो किस्सा कुछ इस तरह से है कि 1830 से 1840 के दशक में अमेरिका के लोगों को शब्दों की स्पेलिंग बिगाड़ कर लिखने का बहुत शौक हुआ करता था। और थोड़ा आगे चल कर ये चलन जोर पकड़ा। लम्बे शब्दों का शॉर्ट फॉर्म बनाना उस समय के लोगों का पसंदीदा शगल था।
उस समय के लोग एक दूसरे को अपना कुशल क्षेम बताने के लिए all correct यानि सब ठीक है को बिगाड़ कर उसका अपभ्रंश Oll Korrect लिखने लगे जो कि थोड़े समय बाद एक ट्रेंड बन गया। समय के साथ लोगों को Oll Korrect लिखना लम्बा लगने लगा और जैसा कि हर चीज़ का शॉर्ट कट लोग खोज ही लेते हैं, इस को भी शॉर्ट कट में वहाँ के लोग Ok लिखने लगे।
2021 में विश्व की सर्वश्रेष्ठ सुंदरियाँ कौन सी हैं
शुरुआत में ये मज़ाक में या फिर रूटीन से अलग हट कर स्टाइलिश दिखने के लिए लोग लिखते थे पर बाद में ये हर बात में इस्तेमाल होने लगा और इसे सहमति जताने के लिए भी बोला जाने लगा। इस शब्द का सबसे पहला लिखित वर्णन भी 1838 में अमेरिका के एक न्यूज़पेपर में हुआ था। इसलिए अधिकतर विशेषज्ञ यही मानते हैं कि अमेरिका में अपभ्रंश Oll Korrect लिखने की वजह से ही ओके का चलन शुरू हुआ होगा।
ऐसा भी एक ट्रेंड रहा है कि अंग्रेजी के बहुत सारे शब्द ग्रीक और फ्रेंच भाषाओँ से भी लिए गए और समय के साथ अंग्रेजी भाषा का अटूट हिस्सा बन गए। उसी तर्ज़ पर कुछ विशेषज्ञों का ऐसा भी मानना है कि चूँकि ग्रीस में कुशल क्षेम बताने और अपनी सहमति जताने के लिए Olla Kalla बोला जाता था, इसलिए वहीँ से इसका शार्ट फॉर्म ओके चलन में आया जो कि अंग्रेजों को इतना पसंद आया कि वो भी इसको अपनी रोज़मर्रा की बोल-चाल में इस्तेमाल करने लगे और ये अंग्रेजी भाषा का हिस्सा बन गया।
पुराने ज़माने में ओके बोलने से समय और पैसे की बचत
इसके ज़्यादा चलन में आने का एक बड़ा महत्वपूर्ण कारण ये भी है कि पुराने समय में लोग हमेशा हर एक वाक्य को छोटा करके लिखने के तरीके ढूंढते थे जिससे कि टेलीग्राम, पोस्टकार्ड या छोटी चिट्ठी की बहुत कम जगह में ज़्यादा से ज़्यादा बात सन्देश के रूप में लिख कर भेजी जा सके।
जब 3 साल तक नोरा फतेही अपने कमरे में..
यह ना केवल कम जगह में ज़्यादा अर्थपूर्ण वाक्य लिखने की बात थी, बल्कि टेलीग्राम जैसे अर्जेंट मैसेज भेजने में जहाँ हर शब्द के पैसे देने पड़ते थे, किसी शब्द के शॉर्ट फॉर्म को लिख कर जगह और पैसे दोनों बचाने की ज़रूरत भी थी ।
इन कारणों से ओके बोलना और लिखना लोगों की ज़रूरत बनता गया और पूरी दुनिया में इतना चलन में आ गया कि आज हम लोग किसी भी भाषा में बात करें, परन्तु सहमति जताने के लिए हम सभी मुस्कुरा कर बोलते हैं ओके।